राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि अफवाहों में ये भी चल रहा है कि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीनगर के लाल चौक पर तिंरगा फहराएंगे. उन्होंने कहा कि ये सब सूचनाएं पूरी तरह से अफवाह है. सत्यपाल मलिक ने कहा, "अभी एक अफवाह चल रही है कि प्रधानमंत्री लाल चौक पर झंडा फहराएंगे, मतलब लाल किले को छोड़कर लाल चौक पर...ऐसी-ऐसी बेवकूफी की बातें यहां कही जा रही है." राज्यपाल से जब पूछा गया कि क्या जम्मू-कश्मीर के गांवों में तिरंगा फहराने के लिए इतनी बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की जरूरत पड़ी है तो उन्होंने कहा कि गांव में हमें जबर्दस्ती झंडा नहीं फहराना है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अपने अफसर गांव में भेजे थे...बैक टू द विलेज नाम से शुरू किए गए कार्यक्रम में अफसर गांव में जा रहे हैं और लोग खुश हो रहे हैं. राज्यपाल ने आतंकी बुरहान वानी के गांव का जिक्र करते हुए कहा कि उसके गांव में पंचायत हो रही है और उसकी अध्यक्षता जाकिर मूसा का पिता कर रहा है.
राज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इस वक्त पाकिस्तान की ओर से वास्तविक खतरा है, राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने श्रीनगर एयरपोर्ट पर जितनी सुखोई आज देखी है, पहले कभी नहीं देखी. राज्यपाल ने कहा कि इस वक्त जम्मू -कश्मीर के आसमान में लड़ाकू विमान भी पहले की संख्या में ज्यादा चक्कर काट कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि इन्ही खतरों को देखकर एडवाइजरी जारी की गई थी.
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बताया कि धारा-370 हो, धारा-35ए हो या फिर जम्मू-कश्मीर को तीन हिस्सों में बांटने की बात अभी ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि जब भी कुछ ऐसा होगा तो संसद के जरिए होगा और होने से पहले इसकी प्रतिक्रिया लोगों को दिखाई देगी.