आर्टिकल 370 समाप्त होने के बाद जम्मू- कश्मीर में लंबे समय बाद हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने बाजी मार ली. इस गठबंधन को 90 सीटों वाली विधानसभा में 49 सीटों पर जीत मिली. जिसके बाद इस गठबंधन के नेताओं ने सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी.
इसी बीच चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बन के उभरी नेशनल कॉन्फ्रेंस को निर्दलीय उम्मीदवारों का भी साथ मिलने लगा है. अब जम्मू के छम्ब विधानसभा से चुनाव जीत कर आने वाले निर्दलीय नेता सतीश शर्मा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस का दामन थाम लिया है.
चार निर्दलीय उम्मीदवारों का साथ
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला से उन्होंने मुलाकात की और पार्टी में शामिल हो गए. सतीश शर्मा को विधानसभा चुनाव में 33985 वोट मिले थे और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राजीव शर्मा को हराया था. सरकार बनाने की कोशिश में लगी, उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली पार्टी को चार निर्दलीय उम्मीदवारों का साथ मिल गया है. इस विधानसभा चुनाव में सात निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. 2024 के विधानसभा चुनाव में 300 से ज्यादा निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले सरकार बना सकती है
चार निर्दलीय नेताओं का साथ मिलने की वजह से नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार बनाने के जादुई आकड़े (46) को छू लिया है. पार्टी को इस विधानसभा चुनाव में 23.43 फीसदी वोट के साथ 42 सीटों पर जीत मिली थी. इन चार नेताओं के समर्थन के बाद अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस चाहें तो जम्मू- कश्मीर में अपने दम पर नई सरकार बना सकती है.
बता दें कि गुरुवार को हुई नेशनल कॉन्फ्रेंस की बैठक में पार्टी ने सर्वसम्मति से उमर अब्दुल्ला को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. जिसकी जानकारी पार्टी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने दी. उन्होंने कहा कि पार्टी के विधायक दल की बैठक हुई, जिसमे उमर अब्दुल्ला को सर्वसम्मति से दल का नेता चुना गया.