जम्मू-कश्मीर में बाढ़ का अलर्ट घोषित कर दिया गया है. यहां 70 घंटों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद हो गया है. रामबन पंथ्याल, खूनी नाला, नशीरी नल्लाह और शेर बीबी में लैंडस्लाइड होने से हाईवे बंद हो गया है.
कश्मीर की झेलम समेत सभी नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. वहीं श्रीनगर के ज्यादातर स्कूलों में पानी भर गया है, जिसके चलते गुरुवार को छुट्टी घोषित कर दी गई है. लैंडस्लाइड का मलबा हटाए जाने तक जम्मू से श्रीनगर तक किसी वाहन को जाने की इजाजत नहीं है.

जम्मू-डोडा और भद्रवाह-किश्तवाड़ के बीच हाईवे भी बंद हो गया है.
जम्मू से कोई भी इन जगहों पर नहीं जा सकता है. जम्मू-कश्मीर के अलावा राजस्थान में भी भारी बारिश हो रही है. गुरुवार सुबह दिल्ली और एनसीआर में भी बारिश से मौसम गुलजार रहा.
बुधवार को जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई. जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ के अधिकारी समेत 15 की मौत हो गई. क्षेत्र में कम से कम 23 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं और प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी है.
सौ से ज्यादा लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला गया है. पुंछ में बंकर ढहने की घटना की जानकारी देते हुए बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के महानिरीक्षक राकेश शर्मा ने बताया कि पुंछ में एलओसी के पास मंडी मंदिर इलाके में भूस्खलन और भारी बारिश के कारण मलबा बंकर पर गिर गया जिसमें बीएसएफ का एक इंस्पेक्टर अन्य कुछ सैनिकों के साथ मौजूद थे.
शर्मा ने बताया कि इंस्पेक्टर बंकर से बाहर नहीं निकल सके और दब गए . बाद में उनका शव निकाला गया. वहां मौजूद जवानों को मामूली चोटें आई हैं. अधिकारी की पहचान बीएसएफ की 154वीं बटालियन के इंस्पेक्टर मोहम्मद राशिद के रूप में की गई है. मंडी इलाके में ही दो और लोगों के बाढ़ के कारण मारे जाने की आशंका है. रियासी जिले के दूरवर्ती मोमनकोट क्षेत्र में भूस्खलन के कारण तीन बच्चों समेत पांच लोग जिंदा दफन हो गए. प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी है और लोगों को नदियों के तटों की ओर जाने से मना किया है.
प्रशासन ने जम्मू क्षेत्र के सभी जिलों में आपदा प्रबंधन और बचाव दल की एक दर्जन से अधिक टीमों को लगा रखा है.