बीजेपी ने बुधवार को कहा कि शिमला समझौते के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता प्रक्रिया में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस सहित किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है.
प्रदेश बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता सुनील सेठी ने कहा, 'भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता आयोजित करने के लिए किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप या सलाह मश्विरा की कोई जगह नहीं है.' सेठी ने कहा, 'शिमला समझौते के तहत बातचीत केवल दो देशों के बीच हो सकती है और भारत के अंदर या बाहर किसी व्यक्ति या संगठन का शामिल होना स्वीकार्य नहीं है.'
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने की थी वकालत
उन्होंने कहा कि इस बातचीत में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस या किसी अन्य अलगाववादी संगठन की कोई भूमिका नहीं है. विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस ने मंगलवार को कहा था कि हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने हथियारबंद हिंसा छोड़ दी है और इसका विरोध करती है व वह सतत, सार्थक वार्ता के लिए तैयार है.
सेठी ने कहा कि सीमा विवाद सुलझाने, संघर्ष विराम उल्लंघनों और भारत में आतंकवादियों व अलगाववादियों को पाकिस्तान की शह पर बातचीत दोनों देशों के बीच हो सकती है. उन्होंने कहा कि हुर्रियत को बातचीत में शामिल करने के पाकिस्तान के प्रयास इसे केवल वैधता और महत्व देंगे जो अस्वीकार्य है.
-इनपुट भाषा से