जम्मू कश्मीर में एक बार फिर यूरोपीय संघ का एक प्रतिनिधि समूह टूर पर आ रहा है. जिसे लेकर विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगा रहा है कि मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण कर रही है. साथ ही विपक्ष का ये भी आरोप है कि सरकार विदेशियों को तो जम्मू कश्मीर में जाने देती है लेकिन जम्मू कश्मीर के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल क्यों नहीं भेजती.
इन्हीं सब सवालों का जवाब देते हुए भाजपा के जम्मू-कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने कहा है कि ''ये एक रूटीन यात्रा है इसमें कुछ भी नया नहीं है. इससे पहले भी विदेशी राजनयिक जम्मू कश्मीर भ्रमण के लिए आए हैं. हम इन विदेशी राजनयिकों को जम्मू-कश्मीर की असली तस्वीर दिखाकर पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश करना चाहते हैं. विपक्षी पार्टियां हमें जम्मू-कश्मीर के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए जिम्मेदार नहीं ठहरा सकती हैं''
कश्मीर के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए जवाहरलाल नेहरु को जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा है कि ''हम केवल पाकिस्तान के झूठ को काउंटर करने की कोशिश कर रहे हैं. ये हम नहीं बल्कि जवाहरलाल नेहरू थे जिन्होंने कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र संघ में ले जाकर कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण किया था. गुपकार गठबंधन के लोग भी विदेशी राजनयिकों से मिल सकते हैं, सरकार उन्हें रोकेगी नहीं.''
आपको बता दें कि गुपकार गठबंधन जम्मू कश्मीर की राजनीति में मेनस्ट्रीम पार्टियों को गठबंधन है जो जम्मू कश्मीर की पुरानी स्थिति जैसे स्पेशल राज्य का दर्जा, अनुच्छेद 370, 35-ए आदि को दोबारा से बहाल करना चाहती हैं. इस गठबंधन में नेशनल कांफ्रेंस, पीपीपी जैसी बड़ी पार्टियां हैं.
गौरतलब है कि बीते दिनों लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी भाजपा पर भी चुटकी लेते हुए कहा था कि ''सरकार विदेशी राजनयिकों को कश्मीर भेजती है लेकिन सर्वदलीय पार्टी के प्रतिनिधित्व को नहीं भेजती.''