जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने के निर्णय का स्वागत किया है और इसकी आलोचना करने वालों को आड़े हाथों लिया है.
उमर ने शनिवार को ट्विटर पर एक पोस्ट में लिखा है कि मैं खुश हूं कि (केंद्र) सरकार ने खुदरा में एफडीआई की घोषणा की है और राज्यों पर अपना निर्णय लेने की जिम्मेदारी छोड़ दी है.
उमर ने सवाल किया है कि आखिर (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री) ममता (बनर्जी) या (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री) अखिलेश (यादव) को कश्मीर के अच्छे-बुरे के बारे में क्यों तय करना चाहिए?
उमर ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि मैं चकित हूं कि संघवाद के रक्षक यह तय करना चाहते हैं कि मेरे राज्य (जम्मू एवं कश्मीर) के लिए क्या अच्छा है, ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पास ज्यादा सांसद हैं और वे तेज आवाज में चिल्ला सकते हैं.
उमर, मुक्त व्यापार के प्रबल समर्थक हैं. वह अधोसंरचना निर्माण, पर्यटन और स्वास्थ्य देखभाल सहित विभिन्न उद्योगों के लिए राज्य में निवेश आकर्षित करने की कोशिश में लगे हुए हैं.