उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बादल फटने (Cloudburst) से कई घर जमींदोज हो गए हैं. पहाड़ से अचानक आए मलबे में कई घर दब गए. साथ ही पानी के बहाव में कई लोगों के बहने की भी खबरें हैं. जानकारी के मुताबिक यहां तीन लोगों की मौत हो गई है और 9 लोग लापता हैं. मौसम विभाग की मानें तो यहां अगले दो दिनों तक भारी बारिश परेशानी का सबब बन सकती है.
रविवार की रात हुई भारी बारिश के बाद यहां मुनस्यारी के टागा गांव और बंगापानी के गेला गांव मे बादल फटने से तबाही मच गई. कई घर देखते ही देखते जमींदोज हो गए. गेला गांव में 3 लोगों के घर के मलबे में दबने से मौत हो गई वहीं, यहां 3 अन्य घायल हो गए.
Uttarakhand: 5 houses washed away in Munsyari after water level increased in the Gori river due to incessant rainfall. VK Jogdande, Pithoragarh DM says,"All affected families have been shifted to a safe place & will be provided compensation. 30 more houses are in danger." (19.07) pic.twitter.com/SUXoZGhc3P
— ANI (@ANI) July 20, 2020
टागा गांव में हालात बेहद खराब हैं. शवों को खोजने का काम लगातार जारी है. एसडीआरएफ, ग्रीफ के अलावा स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. टागा गांव तक पहुंचने के सभी रास्ते पूरी तरह बंद हैं. राहत पहुंचाने वाली टीम ट्रॉली और रस्सियों के सहारे बड़ी मुश्किल से प्रभावित गांव तक पहुंच पा रही हैं.
इलाके के लोगों में डर का माहौल है. अभी भी कई जगहों पर भूस्खलन हो रहा है. बंगापानी से आगे की सड़कें पूरी तरह मलवे से पटी हुई हैं.

उत्तराखंड में भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं. सबसे ज्यादा नुकसान मुनस्यारी में एक पुल पानी में समा गया. मुनस्यारी में चीन सीमा तक जाने वाली मेलम सड़क को भी काफी नुकसान पहुंचा है. कई जगहों पर इस सड़क में दरार आ गई है. हाल ही में इस सड़क की मरम्मत की गई थी. मेलम रोड के टूट जाने से गांववालों के साथ-साथ सेना को भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के हरिद्वार पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, नैनीताल और बागेश्वर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है. यानी मुसीबत अभी बाकी है. उत्तराखंड के साथ साथ दूसरे पहाडी राज्य हिमामचल में भी बारिश आफत बन रही है. कई जगहों पर लैंडस्लाइड की खबर है. कुल्लू के सैंज रोड पर लैंडस्लाइड और बाढ के चलते ट्रैफिक रुक गया. इसी तरह किन्नौर में बाढ से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. सेब के बगीचे तालाब में तब्दील हो गए और पूरी फसल चौपट हो गई. उत्तराखंड और हिमाचल के साथ पंजाब और हरियाणा में भी मंगलवार तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा.
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने 24 जुलाई तक राज्य में बारिश की आशंका जताई है. मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि सोमवार को बहुत भारी बारिश के लिए 'आरेंज' अलर्ट और मंगलवार को भारी बारिश के लिए 'यलो अलर्ट' जारी किया गया है. विभाग ने कहा कि राज्य के मैदानी भागों, कम ऊंची और मध्यम पहाड़ियों में अगले 3 दिनों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
Heavy to very heavy rainfall expected on 20th July in the state. There will be a decline in rainfall in the state from 21st July, weather expected to be dry from 23rd July. : Manmohan Singh, Director of IMD Shimla (19.06.20) pic.twitter.com/wyMMCXaG76
— ANI (@ANI) July 20, 2020
इससे पहले शनिवार को भी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश के बाद गोरी नदी के पानी में 4 घर बह गए. यहां बंगापानी सब डिवीजन के चौरी बागर गांव में शनिवार रात भारी बारिश से उफनाई गोरी नदी के पानी में चार मकान, कुछ मवेशी और खेती की जमीन बह गई. हालांकि लोगों को वहां से पहले ही बाहर निकाल लिया गया था.

प्रभावित परिवारों को मुआवजे के रूप में 1.19 लाख रुपये की राशि के अलावा 20 किलोग्राम राशन और अन्य जरूरी सामान मुहैया कराया गया. सीमावर्ती जिले के बंगापानी, मुनस्यारी और धारचूला के जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले सभी मुख्य मोटर मार्ग बारिश के कारण बंद हैं. तवाघाट से लिपुलेख सड़क तीन स्थानों पर बंद है, जबकि जौलजीबी से मुनस्यारी और मुनस्यारी से थल तक के मार्ग सड़कों पर मलबा आने के कारण दो स्थानों पर बंद हैं.