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हिमाचल में भूस्खलन से भारी तबाही, आठ स्कूली बच्चे लापता

हिमाचल में भूस्खलन से भारी तबाही, एक गांव के आठ स्कूली बच्चे लापता

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हिमाचल: स्कूली छात्र लापता.
हिमाचल: स्कूली छात्र लापता.

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से भारी तबाही मची हुई है. शिमला, कुल्लू और मंडी जैसे तीन इलाकों में बादल फटने से कई लोगों की मौत हो गई है और हादसे में 50 लोग लापता हो गए हैं. अब शिमला स्थित रामपुर के समेज गांव के आठ स्कूली बच्चों के लापता होने की खबर आ रही है. लापता हुए बच्चों में सात लड़किया और एक छात्र शामिल है.

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बताया जा रहा है कि लापता हुए सभी स्कूली छात्रों में से दो 12वी क्लास, 4 छात्र मैट्रिक और एक-एक 6वीं, 9वीं के छात्र शामिल हैं. लापता हुए सभी छात्र बैडमिंटन और वॉलीबॉल के खिलाड़ी हैं.

स्कूल के प्रिंसिपल अरविंद ने कहा कि लापता छात्रों में 12वीं क्लास के हैं, 4 मैट्रिक और 6वीं और 9वीं कक्षा के एक-एक छात्र शामिल हैं. ये सभी छात्र स्थानीय निवासी थे. ये सभी बैडमिंटन और वॉलीबॉल खिलाड़ी थे.

वहीं, हिमाचल में बादल फटने के बाद लैंडस्लाइड की वजह से राज्य की कई सड़कों को बंद कर दिया गया. सड़कें बंद होने की वजह से रेस्क्यू टीम को घटनास्थल पर पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

भूकंप से झकटे हुए महसूस

प्राकृतिक आपदा से जुझ रहे हिमाचल में शुक्रवार सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में भूकंप के झटके महसूस किए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.2 की रही. हालांकि, इसमें किसी तरह के जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ.

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समेच गांव के 34 लोग हुए लापता

भारी बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से रास्ते इतने खराब हो गये हैं कि रेस्क्यू ऑपरेशन मुश्किल हो रहा है. रामपुर के समेच गांव के 34 लोग लापता हैं, जिनमें 18 महिलाएं शामिल हैं. वहीं, मंडी के रामबन गांव तक जाने वाले तकरीबन सभी रास्ते क्षतिग्रस्त हो गये हैं.जगह जगह झरने बह रहे हैं. मलबा-कीचड़ और चट्टानें राहत और बचाव दलों को हर एक कदम पर चुनौती दे रहे हैं.

गृह मंत्री ने की सीएम से बात

इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात की और राज्य में बादल फटने से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया. शाह ने इस स्थिति में मुख्यमंत्री को केंद्र की ओर से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया.इस मामले पर आपात बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में सुक्खू ने कहा कि आपदा निगरानी के लिए राज्य में 13 स्थानों पर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र भी स्थापित किए गए हैं और जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत प्रदान करने तथा अस्थायी पुल (बेली ब्रिज) बनाने के निर्देश दिए गए हैं.

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