हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस प्रमुख वीरभद्र सिंह ने आपा खोते हुए मीडियाकर्मियों को कैमरा तोड़ने की धमकी दी. उनके खिलाफ लगे आरोपों के बारे में पूछने पर वह आपा खो बैठे.
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बाद में इस घटना के लिए लोगों से माफी मांग ली. वहीं कांग्रेस ने उनके बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री से भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में पूछने पर उन्होंने पलटवार किया, ‘मैं तुम्हारा कैमरा तोड़ दूंगा. क्या तुमको कोई और काम नहीं है?’
घटना मंगलवार शाम कुल्लू जिले के अनी इलाके की है जब कुछ मीडियाकर्मियों ने उनसे भाजपा द्वारा लगाए गए नए आरोपों पर सवाल किया.
शिमला में रविवार को उन्होंने संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर कल की घटना के लिए माफी मांगी.
सिंह ने कहा, ‘मुझे खेद है. मेरा मतलब किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था. अगर मैंने किसी की भावना को ठेस पहुंचाई है तो मुझे खेद जताने में कोई हिचक नहीं है.’ वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज कर दिया.
सिंह ने कहा कि वह मीडिया का सम्मान करते हैं और वे अपना काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं प्रेस का सम्मान करता हूं. मैं सभी मीडिया का सम्मान करता हूं. मैं जानता हूं कि यह आपका काम है. मुझसे ज्यादा सुसंस्कृत कोई और नेता नहीं है.’ इससे पहले कांग्रेस ने सिंह के आवेश में आने के लिए माफी मांगी.
पार्टी प्रवक्ता संदीप दीक्षित से घटना के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘अगर किसी को ठेस पहुंची है तो हम माफी मांगते हैं.’
वीरभद्र की टिप्पणी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण' करार देते हुए दीक्षित ने कहा कि ऐसी चीजें कभी-कभी चुनावों के बीच में होती हैं.
दीक्षित ने कहा, ‘घटना के पीछे का परिप्रेक्ष्य हम नहीं जानते. चुनावों के बीच कभी-कभी कोई काफी क्षुब्ध और खफा हो जाता है.’
उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है. वीरभद्र सिंह वरिष्ठ नेता हैं. कभी-कभी चुनाव प्रचार के बीच ऐसी चीजें मानसिक या शारीरिक तनाव में हो जाती हैं.’