सोनीपत जिले के गन्नौर स्थित सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के अधिकारियों की एक बड़ी चालबाजी सामने आई है. अधिकारियों की कथित लापरवाही के चलते बैंक उपभोक्ता सचिन को आयकर विभाग (Income tax department) ने नोटिस भेज दिया. दरअसल, मामला ये है कि गांधी नगर के सचिन ने सर्व हरियाणा बैंक की गन्नौर शाखा में साल 2009 में अपना अकाउंट खोला था. इस बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक और कैशियरों ने मिलकर सचिन की मर्जी के बगैर उनके खाते में 50 लाख रुपये डाल दिए. फिर उन्हें जानकारी दिए बिना ही कुछ दिन बाद उनके अकाउंट से पैसे निकाल लिए. मामला 50 लाख का लेन-देन के होने के चलते आयकर विभाग ने सचिन को नोटिस भेजा है.
मामले में गांधी नगर में रहने वाले पीड़ित सचिन ने पुलिस अधीक्षक से मामले में गुहार लगाई. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने पूर्व शाखा प्रबंधक गंगाराम के अलावा तीन अन्य बैंक कर्मचारियों अनिल भौरिया, कल्पना और गजेंद्र छिक्कार पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है.पीटीआई के मुताबिक, पुलिस प्रवक्ता जगजीत सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के आदेश पर थाना गन्नौर पुलिस ने आरोपी बैंक कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक सहित चार बैंक कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पीड़ित सचिन ने बताया कि 2017 में उनके पास आयकर विभाग का नोटिस आया था. इसके बाद उन्होंने थाने के चक्कर लगाने शुरू कर दिए. हालांकि, वहां से जब उन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिली, तो उन्होंने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई और फिर पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले पर संज्ञान लिया गया.
पहले भी बैंक अधिकारी कर चुके हैं ऐसी जालसाजी
बता दें कि इससे पहले हिसार के आर्य नगर के सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के अधिकारियों ने बिना अकाउंट खोले ही 10 लाख रुपये का लोन जारी कर दिया था. इस पैसे को जिस खाते में डाला गया उसमें से किसी ने 8 लाख रुपये निकाल भी लिए. इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब बैंक अधिकारी ने महिला के खिलाफ शिकायत दी.
एक अन्य मामले में रायपुर स्थित सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक ने फर्जी डॉक्यूमेंट पर लाखों के लोन बांट दिए. इस तरह चार दिन में 64 लाख से ज्यादा रुपये के लोने देने का खुलासा हुआ है. ये मामला साल 2015-16 का है.