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हरियाणाः अटाली में फिर दंगा, घंटे भर चली पत्थरबाजी में 4 घायल

हरियाणा के बल्लभगढ़ का अटाली एक बार फिर सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आ गया है. बुधवार को हिंदुओं और मुसलमानों ने तीन मौकों पर एक दूसरे पत्थर फेंके. पुलिस के मुताबिक इस घटना में लगभग चार लोग घायल हुए हैं.

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हरियाणा के बल्लभगढ़ का अटाली एक बार फिर सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आ गया है. बुधवार को हिंदुओं और मुसलमानों ने तीन मौकों पर एक दूसरे पत्थर फेंके. पुलिस के मुताबिक इस घटना में लगभग चार लोग घायल हुए हैं.

'लाउडस्पीकर बजाकर कीर्तन'
पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे कारणों के लिए किसी एक चीज की पहचान करना जल्दबाजी होगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि पत्थरबाजी की पहली घटना उस वक्त हुई जब मस्जिद में नमाज पढ़ी जा रही थी. निजाम अली के मुताबित, 'हम लोग उस वक्त मस्जिद में नमाज पढ़ रहे थे, जब पत्थर फेंके गए. उस वक्त पास के मंदिर में लाउडस्पीकर बजाकर हिंदू कीर्तन कर रहे थे. इस वजह से हिंसा भड़क उठी.'

दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि सुबह में हुई पत्थरबाजी की घटना के वक्त मस्जिद में छह या सात मुस्लिम नमाज अदा कर रहे थे. इन लोगों ने अपने समुदायों के बड़े लोगों का कहना नहीं माना था. पत्थरबाजी की घटना तकरीबन एक घंटे तक चली. दोनों ओर से लोग अपने छतों पर चढ़ गए और एक दूसरे पर ईटें, पत्थर और बोतल फेंकने लगे.

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पुलिस के मुताबिक इससे पहले हुई दंगे की घटना में जलाई गई मस्जिद बुधवार को एक बार फिर निशाना बनी.

'पहले महिलाओं पर किया हमला'
मुस्लिम समुदाय का कहना है कि नमाज के वक्त उन पर पत्थरों से हमला किया गया. वही दूसरी ओर हिंदू समुदाय ने इस तरह के आरोपों को खारिज किया है. सतीश चौधरी ने कहा, 'यह पूरी तरह झूठ है. उन्होंने पहले गांव की महिलाओं पर पत्थरों से हमला किया, जो मंदिर में थी. इनमें से दो महिलाओं को चोटें आई हैं.'

गौरतलब है कि 26 मई को हुई दंगे की घटना में मस्जिद फ्लैश प्वाइंट के रूप में उभर कर सामने आई है. मई के आखिरी हफ्ते में 2000 हथियार बंद लोगों ने मस्जिद को आग के हवाले कर दिया था. इसमें कई मुस्लिमों के घर और दुकानें जलकर खाक हो गईं थी. 15 से ज्यादा लोग इस घटना में घायल हुए थे जबकि 150 से ज्यादा मुस्लिमों ने 3 जून तक पुलिस स्टेशन में शरण ले रखी थी.

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