हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस बीच बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया है. मायवती ने कहा कि उनकी पार्टी आने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ेगी.
मायावती ने ट्वीट कर इसकी जानकारी साझा की. इससे पहले पार्टी पदाधिकारियों के साथ मायावती ने बैठक की जिसमें तमाम बसपा के नेता शामिल हुए. बताया जा रहा है कि बसपा के नेताओं ने हरियाणा का दौरा करने के बाद मायावती को यह फीडबैक दिया था कि अगर मायावती हरियाणा में जेजेपी के साथ गठबंधन करेंगे तो पार्टी की साख को नुकसान हो सकता है.

हरियाणा में मायावती के बीजेपी के साथ लड़ने से बसपा का पारंपरिक जनाधार भी खिसक सकता है. लिहाजा बसपा ने यह गठबंधन तोड़ने का फैसला कर लिया है. हालांकि बसपा की तरफ से कहा गया कि दुष्यंत चौटाला की पार्टी के साथ गठबंधन का समझौता किया गया था. मगर सीटों की संख्या और आपसी संबंध को लेकर उनके अनुचित रवैये के चलते हरियाणा की यूनिट के सुझाव पर मायावती ने यह गठबंधन समाप्त कर दिया है.
करीब 20 दिन पहले दिल्ली में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र और जेजेपी के नेता चौटाला ने इस गठबंधन का ऐलान किया था, तब यह भी कहा गया था कि दोनों के बीच में समझौता हो चुका है, और सीटें भी तय कर ली गई हैं. लेकिन बाद में चीजें बिगड़ती गई और अब यह गठबंधन खत्म हो गया है.