हरियाणा में दबंगों के सामने चुनाव लड़ने के लिए दलित के साथ मारपीट का सनसनीखेज मामला सामने आया है. छुड़ाने आये परिवार के सदस्यों को भी पीटा गया. बाद में पुलिस ने गंव पहुंचकर दलित को छुड़वाया.
भिवानी के गांव धूलकोट गॉव में पंचायत चुनाव में दलित का दबंग के खिलाफ चुनाव लड़ना पुरे परिवार को भारी पड़ गया. खफा दबंगों ने दलित परिवार पर हमला कर दिया और खिलाफ चुनाव लड़ने वाले दलित को बंधक बनाकर जमकर पीटा. जिसे पुलिस ने छुड़वाया.
इस हमले में दलित परिवार के 4 लोग घायल हो गए. घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए हिसार रेफर कर दिया गया है. दबंग के खिलाफ सरपंच का चुनाव लड़ना दलित बलबीर की जान पर बन आया और उसके सामने चुनाव लड़ने वाले दबंगों ने अपहरण कर पीटा.
आरोप है कि इस मामले में दलित को छुड़ाने आई उसकी पत्नी, भाई तथा भाभी को भी आरोपियों ने जमकर मारा पीटा. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बलबीर को एक घर से छुड़वाकर उपचार के लिए यहां के सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया. यहां से प्राथमिक उपचार के बाद बलबीर सहित परिवार के 4 लोगों को गंभीर हालत में हिसार रेफर कर दिया गया.
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है और एहतियात के तौर पर यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
पुलिस ने इस संबंध में घायल बलबीर के पुत्र विकास के ब्यान पर दलित समुदाय के 3 लोगों सहित जाट, राजपूत व बिश्नोई समाज के 13 लोगों के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने अपहरण कर बंधक बनाने, मारपीट तथा एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
पुलिस के अनुसार गांव का बलबीर सोमवार की शाम अपने घर पर था. इस दौरान गांव के ही कई लोग लाठी-डंडे लेकर उसके घर घूस गए. आरोप है कि वे बलबीर को मारते पीटते हुए जबरन घर से उठा ले गए. इस दौरान बीच-बचाव करने आए बलबीर के बड़े भाई रामकिशन, भाभी शकुंतला तथा पत्नी बीमला के साथ भी जमकर मारपीट की.
विकास के मुताबिक आरोपी उसके पिता को गांव के ही एक बिश्नोई समुदाय से संबंधित के घर ले गए और वहां उसके साथ जमकर मारपीट की. इस दौरान पीड़ित लोगों ने पुलिस को फोन कर गांव में इस वारदात की सूचना दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और एक घर से बलबीर को अपने कब्जे में लेकर उसे व उसके परिजनों को उपचार के लिए यहां के सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया जहां से उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हिसार रेफर कर दिया गया.
घटना के बाद गांव में दलित समुदाय के लोग दहशत में है पुलिस ने गांव में तनाव और झगड़े की आशंका जताते हुए यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है. दोनों पक्षों के लोग अपने-अपने इलाके में जमा है और पुलिस उन पर पूरी तरह से नजर गड़ाए हुए है.
बताया जाता है कि पीड़ित दलित ने गांव में एक स्वर्ण जाति के सामने सरपंची का चुनाव लड़ा था जिसके कारण गांव में सर्वसम्मति से चुनाव नहीं हो सका था. तभी से बलबीर स्वर्ण जाति के लोगों की आंख की किरकरी बना हुआ था. उधर, पुलिस ने इस संबंध में गांव के 3 दलितों सहितों 13 लोगों के खिलाफ अपहरण धमकी देने का मामला दर्ज कर लिया है.