हिसार की एक स्थानीय अदालत ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की न्यायिक हिरासत सोमवार को बढ़ा दी. अब उनकी अगली पेशी 3 सितंबर को होगी. ज्योति मल्होत्रा को मई में जासूसी के शक में गिरफ्तार किया गया था.
सोमवार को ज्योति मल्होत्रा को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) सुनील कुमार के सामने पेश किया गया. सुनवाई के दौरान अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ाकर 3 सितंबर तक कर दी. उनके वकील कुमार मुकेश ने बताया कि फिलहाल चार्जशीट की कॉपी भी ज्योति को उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिसके लिए वह अदालत में याचिका दायर करेंगे.
कैसे हुई गिरफ्तारी?
हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा "Travel with JO" नाम से यूट्यूब चैनल चलाती थीं. उन्हें 16 मई को हिसार पुलिस ने नई अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया था. उन पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (Official Secrets Act) और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया.
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दावा किया था कि ज्योति का संपर्क पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) से जुड़े लोगों के साथ था. हालांकि पुलिस के अनुसार, अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे यह साबित हो सके कि ज्योति के पास किसी भी तरह की सैन्य या रक्षा संबंधी जानकारी थी.
पाकिस्तानी राजनयिक से संपर्क
पुलिस सूत्रों ने पहले बताया था कि ज्योति का नवंबर 2023 से एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश नाम के व्यक्ति से संपर्क था, जो पाकिस्तान उच्चायोग (High Commission) में कार्यरत था. भारत सरकार ने दानिश को 13 मई को जासूसी में लिप्त होने के आरोप में निष्कासित कर दिया था.
पुलिस का कहना है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लोग ज्योति को एक "एसेट" के रूप में तैयार कर रहे थे. हालांकि अब तक की जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ज्योति ने कोई संवेदनशील जानकारी साझा की या नहीं.
जमानत याचिका खारिज
इससे पहले 9 जून को अदालत ने ज्योति मल्होत्रा की नियमित जमानत याचिका खारिज कर दी थी. उस समय पुलिस ने अदालत से कहा था कि जांच अभी जारी है और जमानत मिलने से जांच प्रभावित हो सकती है.
गांव और परिवार वालों ने उठाया सवाल
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी की खबर से उनके परिवार और स्थानीय लोगों में हैरानी है. परिवार का कहना है कि वह सिर्फ यूट्यूबर थीं और उन्होंने कोई देशविरोधी गतिविधि नहीं की. फिलहाल पुलिस जांच जारी रखे हुए है और अदालत की अगली सुनवाई 3 सितंबर को होगी.