हरियाणा के पूर्व गृह राज्य मंत्री गोपाल गोयल कांडा पर कार्रवाई को लेकर बचाव की मुद्रा में आए मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार कांडा को बचा नहीं रही है.
कांडा पर विमान परिचारिका गीतिका शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है. गीतिका की आत्महत्या के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद कांडा का पिछले 10 दिनों से कोई सुराग नहीं है.
हुड्डा ने मीडिया के साथ बातचीत में गुरुवार को स्पष्ट किया कि उनकी सरकार पूर्व मंत्री को बचा नहीं रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की ओर से अगर मदद मांगी जाती है तो उनकी सरकार उसे सहयोग करेगी. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां बेवजह उनकी सरकार पर कांडा को बचाने का आरोप लगा रही हैं.
उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा. विपक्षी पार्टियों के पास सरकार की आलोचना के सिवा और कोई काम नहीं है. कांडा को जांच में सहयोग करना चाहिए. ज्ञात हो कि विमान परिचारिका रह चुकी युवती ने चार-पांच अगस्त की रात अपने घर में पंखे में फंदा डालकर फांसी लगा ली थी. इस मामले में मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत ने कांडा की अग्रिम जमानत याचिका पर फैसला मंगलवार को सुरक्षित रख लिया था.
कांडा पूर्व विमान परिचारिका गीतिका शर्मा की खुदकुशी मामले में वांछित हैं. गीतिका ने दो सुसाइड नोट लिखे थे, जिनमें उसने आत्महत्या के लिए कांडा और कांडा की कम्पनी की वरिष्ठ अधिकारी अरुणा चड्ढा को जिम्मेदार ठहराया था. अरुणा गिरफ्तार हो चुकी है, जबकि कांडा भूमिगत हो गए हैं.
कांडा ने छोटे व्यवसायी के रूप में अपने कॅरियर की शुरुआत की थी और बाद में वह प्रॉपर्टी डीलर बनकर करोड़ों में खेलने लगे. वर्ष 2007 में उन्होंने एमडीएलआर एयरलाइंस की शुरुआत की थी. अक्टूबर 2009 के चुनाव में वह सिरसा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में हरियाणा विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. उन्होंने हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को समर्थन देकर मंत्री पद हासिल किया था.