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सूरत में बीजेपी नेता के पास से मिली 80 करोड़ की संपत्ति, व्यापारी पर लगाया था टैक्स चोरी का आरोप

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और आयकर विभाग के पूर्व अधिकारी पीवीएस शर्मा के सूरत स्थित घर पर आज दूसरे दिन भी आयकर विभाग ने छापेमारी की. पीवीएस शर्मा के घर से आयकर विभाग के अधिकारियों को कई बेनामी संपति के दस्तावेज, ज्वेलरी और फिक्स डिपॉजिट मिले हैं.

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बीजीपे नेता पीवीएस शर्मा
बीजीपे नेता पीवीएस शर्मा
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बीजेपी नेता पीवीएस शर्मा के घर पर आयकर विभाग की छापेमारी
  • कई बेनामी संपति के दस्तावेज, ज्वेलरी बरामद
  • सूरत के व्यापारी पर लगा चुके हैं टैक्स चोरी का आरोप

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और आयकर विभाग के पूर्व अधिकारी पीवीएस शर्मा के सूरत स्थित घर पर आज दूसरे दिन भी आयकर विभाग ने छापेमारी की. पीवीएस शर्मा के घर से आयकर विभाग के अधिकारियों को कई बेनामी संपति के दस्तावेज, ज्वेलरी और फिक्स डिपॉजिट मिले हैं.

बता दें कि पीवीएस शर्मा ने सूरत के व्यापारी पर टैक्स चोरी का आरोप लगाया था. और अब उनके ऊपर ही आयकर विभाग का शिकंजा कस चुका है. आयकर विभाग के सूत्रों की मानें तो छापेमारी में 40 से 50 करोड़ रुपये के बीच की कुल दस संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए गए हैं.

इसके अलावा 80 करोड़ की प्रॉपर्टी के दस्तावेज की भी जांच की जा रही है. यह भी पता चला कि पीवीएस शर्मा और उनकी पत्नी ने 6.50 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है.

पीवीएस शर्मा के मुताबिक, वह मुंबई स्थित एक कंपनी में बतौर कंसल्टेंट नौकरी कर रहे हैं. वह 2011 से इस कंपनी से जुड़े हैं और हर महीने में 1.5 लाख रुपये सैलरी लेते हैं. अपने वेतन के अलावा उन्हें आठ से नौ वर्षों में 90 लाख रुपये का कमीशन मिला है. 

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आईटी अधिकारियों का कहना है कि पीवीएस शर्मा मुंबई स्थित जिस कंपनी में काम करने का दावा कर रहे हैं वहां के कर्मचारियों का कहना है कि वे पीवीएस शर्मा नाम के किसी व्यक्ति को पहचानते ही नहीं है. इसलिए आईटी की टीम अब इस दिशा में जांच कर रही है कि सूरत में रहने के बाद कंपनी पीवीएस शर्मा को सैलरी किस आधार पर दे रही है.

पीवीएस शर्मा ने सूरत के काला मंदिर ज्वेलर्स में नोटबंदी की एक रात में हुए 110 करोड़ से भी ज्यादा की कमाई को लेकर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जांच की मांग की थी.


 

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