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गुजरात बॉर्डर से जासूस गिरफ्तार, ISI को संवेदनशील जगहों की जानकारी भेजने का दावा

गुजरात के कच्छ सीमा से एटीएस ने एक जासूस को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि ये जासूस पाकिस्तान के संपर्क में था और भारत की सूचनाएं मुहैया करा रहा था.

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गुजरात बॉर्डर से जासूस गिरफ्तार
गुजरात बॉर्डर से जासूस गिरफ्तार

गुजरात के कच्छ सीमा से एटीएस ने एक जासूस को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि ये जासूस पाकिस्तान के संपर्क में था और भारत की सूचनाएं मुहैया करा रहा था. बीते कुछ समय में उसने गुजरात के कुछ संवेदनशील स्थानों के बारे में जानकारी पाक को भेजी है. फिलहाल एटीएस की टीम उसे अहमदाबाद ले आई है. थोडी देर में एटीएस की आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. जिसमें उसको लेकर जानकारी साझा की जाएगी. 

एटीएस ने बताया कि कच्छ से लगी पाकिस्तान की सीमा से एक जासूस को गिरफ्तार किया गया है. जासूस ISI हैंडलर के संपर्क में था. आरोपी मूल रूप से गुजरात का ही रहने वाला है. फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. 

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आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को हिरासत में लिया गया था. फिलहाल अभी उससे पूछताछ जारी है. सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ​​को उसके ट्रैवल व्लॉग के लिए कई प्रायोजन मिले हैं. जिनमें से जांच एजेंसियों के लिए विशेष रुचि का विषय वह है जो उसे यूएई स्थित एक ट्रैवल कंपनी से मिला है.

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पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार ज्योति के कई वीडियो वेगो नामक फर्म द्वारा प्रायोजित किए गए हैं. जिसके पास पाकिस्तान में काम करने का लाइसेंस भी है. हरियाणा की रहने वाली ट्रैवल व्लॉगर फिलहाल हरियाणा पुलिस की हिरासत में है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसके सभी प्रायोजकों की जांच की जा रही है. 'ट्रैवल विद जो' नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति के इस प्लेटफॉर्म पर करीब 4 लाख सब्सक्राइबर हैं. इंस्टाग्राम पर भी उसके 132000 फॉलोअर्स हैं. सिंगापुर और दुबई में ऑफिस रखने वाली वीगो एक वैध ट्रैवल एजेंसी लाइसेंस के साथ पाकिस्तान में काम करती है. इसे इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) से भी मान्यता प्राप्त है.

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हालांकि वीगो के पाकिस्तान को फंड देने से जुड़े कोई सबूत नहीं हैं, लेकिन देश में इसके संचालन ने इस मामले में संदेह पैदा किया है. इस बीच, जांच एजेंसियों ने पाया है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ज्योति पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में थी, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे. एजेंसियां ​​अब ज्योति द्वारा पाकिस्तानी एजेंटों के साथ साझा की गई जानकारी की प्रकृति की जांच कर रही हैं. 

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सूत्रों ने बताया कि दानिश, जिसे इस महीने की शुरुआत में भारत ने निष्कासित कर दिया था, पाकिस्तान की कुख्यात इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का एजेंट था. ज्यादातर ज्योति ने अपनी भूमिका स्वीकार की है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि उसका किसी भी आतंकी समूह या सहानुभूति रखने वाले से कोई सीधा संबंध नहीं है.

जांचकर्ताओं का मानना ​​है कि ज्योति एक "आसान लक्ष्य" थी, जिसे आसानी से पैसे कमाने और शानदार जीवनशैली की संभावना ने लुभाया था. सूत्रों ने बताया कि उसे लगता था कि पाकिस्तान की उसकी यात्रा से उसके यूट्यूब चैनल को ज़्यादा व्यूज मिलेंगे. 

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