जाने-माने गांधीवादी और गुजरात विद्यापीठ के पूर्व कुलाधिपति नारायण देसाई का सूरत में रविवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. 90 वर्षीय देसाई महात्मा गांधी की डायरी लिखने वाले महादेव देसाई के पुत्र थे. उनके पीछे उनकी बेटी संघमित्रा और बेटे नचिकेता और अफलातून हैं. देसाई के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्विटर पर अपनी संवेदना व्यक्त की है.
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा, 'नारायण गांधी ने गांधी को लोगों के करीब लाने का काम किया. उनके निधन की खबर से दुखी हूं.'
Narayanbhai Desai will be remembered as a scholarly personality who brought Gandhi ji closer to the masses. Sad to hear of his demise. RIP.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 15, 2015
देसाई के बड़े बेटे नचिकेता देसाई ने बताया, 'सूरत के महावीर ट्रॉमा सेंटर में रविवार तड़के सुबह मेरे पिता नारायण देसाई का देहांत हो गया. वह सो रहे थे.' उन्होंने बताया कि नारायण देसाई का अंतिम संस्कार दोपहर दो बजे गुजरात के तापी जिले के वेदछी के पास संपूर्ण क्रांति विद्यालय के बाहर किया जाएगा. इस विद्यालय का निर्माण उनके पिताजी ने जयप्रकाश नारायण के ‘संपूर्ण क्रांति’ से प्रभावित होकर किया था.देसाई पिछले साल 10 दिसंबर से कोमा में थे और तब से तरल पदार्थों पर ही जीवित थे. नारायण देसाई का जन्म 24 दिसंबर 1924 को गुजरात के वलसाड में हुआ था और वह साबरमती आश्रम में बड़े हुए. पिता महादेव देसाई के सानिध्य में वह गांधी के विचारों से प्रभावित हुए. उनके पिता महात्मा गांधी के डायरी लेखक थे.