नरेंद्र मोदी को भी आखिर गुजरात में कुपोषण नजर आ ही गया. उन्होंने गुजरात के बच्चों को हैंगर में टंगे कपड़ों की तरह दिखने वाला कहते हुए अपील की कि लोग अपने बच्चों की सेहत पर ज्यादा ध्यान दें.
कुपोषण पर चिंता व्यक्त करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से कहा कि वह इससे निपटने में सहयोग करें. मोदी जिले के सोजीत्रा तालुका के मेगलपुर गांव में ‘शाला प्रवेशोत्सव’ में बोल रहे थे.
अमूल का हवाला देते हुए मोदी ने कहा, ‘यह वही जगह है जहां दूध की नदियां बहती हैं.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैंने देखा कि यहां के बच्चे कुपोषण के शिकार हैं. बच्चे हैंगर में सूखने के लिए लटकाए गए कपड़ों की भांति दिख रहे हैं. ऐसे बच्चों (कुपोषित) को देख कर दुख होता है.’ मुख्यमंत्री ने लोगों ने अपील की कि वे अपने बच्चों की सेहत पर ध्यान दें और कुपोषण से निपटने में राज्य की मदद करें.
तालुके के ही देववंत गांव में एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जिले में महिलाओं में निरक्षरता दर बहुत ऊंची है.
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘आणंद बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां महिलाओं में निरक्षरता दर बहुत ऊंची है. 100 में से महज 30 महिलाएं साक्षर हैं. निरक्षरता के कारण हमें शर्म महसूस हो रही है.’ उन्होंने गांववालों, शिक्षकों और स्कूलों से अपील की कि वे शिक्षा के प्रकाश को गुजरात के सभी गांवों में फैलाएं.