गुजरात (Gujarat) में विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने नेतृत्व में बदलाव किया है. विजय रुपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बना दिया गया है. इस रेस में उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल (Nitin Patel) का नाम सबसे आगे चल रहा था, अब माना जा रहा है कि वो पार्टी से नाराज़ हैं. हालांकि, सोमवार को आंख में आंसू लिए नितिन पटेल ने किसी तरह की नाराज़गी को नकार दिया.
I'm not upset (on the party naming Bhupendra Patel as CM). I've been working in BJP since I was 18 & will keep on working. Whether I get a position in the party or not, I will continue serving in the party: Gujarat Dy CM Nitin Patel pic.twitter.com/FOmMeCIU1O
— ANI (@ANI) September 13, 2021
‘कोई गिला-शिकवा नहीं’
गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोमवार सुबह जाकर नितिन पटेल से उनके आवास पर मुलाकात की. इस बीच नितिन पटेल ने भावुक होते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी को 30 साल दिए हैं, ऐसे में उन्हें पार्टी से कोई गिला-शिकवा नहीं है.
नितिन पटेल ने कहा कि मुझे पार्टी ने पिछले 30 साल में काफी कुछ दिया है, वह नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में रहे, बाद में आनंदी बेन की कैबिनेट में रहे और फिर विजय रुपाणी के दौर में वह उपमुख्यमंत्री रहे.
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‘वह किसी से नाराज़ नहीं’
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि भूपेंद्र पटेल उनके पुराने दोस्त हैं, मैंने उन्हें मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी है. उन्होंने मुझसे मार्गदर्शन मांगा है, ऐसे में उन्हें शपथ लेते देख काफी खुशी होगी. नितिन पटेल ने कहा कि वह किसी से नाराज़ नहीं हैं, जब वह 18 साल के थे तब से बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं. कोई पद मिले या नहीं मिले, वह हमेशा पार्टी के लिए काम करते रहेंगे.
नितिन पटेल के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं, वह खुद उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव करने जाएंगे.
गौरतलब है कि गुजरात में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले ही बीजेपी ने अपना मुख्यमंत्री पदल लिया है और पटेल समुदाय के भूपेंद्र पटेल को मौका दिया गया है. नितिन पटेल का नाम इस बार भी मुख्यमंत्री बनने की रेस में था, जब आनंदी बेन पटेल को हटाया गया था तब भी नितिन पटेल का नाम सबसे आगे थे, लेकिन विजय रुपाणी को मौका मिला था.