गुजरात में उत्तर प्रदेश के साथ विधानसभा चुनाव कराने की अटकलों को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, गुजरात में यूपी के साथ यानी जल्द चुनाव होने की कोई संभावना नहीं है. उनहोंने कहा, मैं नहीं मानता कि गुजरात में जल्द चुनाव होंगे.
विजय रूपाणी ने कहा, उत्तरप्रदेश के साथ गुजरात में चुनाव होने की कोई संभावना नहीं हैं. हम लोग लगातार काम करने वाले लोग हैं. भाजपा कभी चुनाव को नजर में रख काम नहीं करती. हम तो पांच साल लोगों के बीच जा कर काम करने वाले लोगों में से हैं. कांग्रेस चुनाव के वक्त ही जनता के बीच जाती हैं.
आदिवासी दिवस पर पहुंचे थे सीएम
विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर गुजरात में नर्मदा जिले के राजपीपला में आदिवासी दिवस मानया गया. यहां मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत सरकार के कई मंत्री मौजूद थे. सीएम ने यहां 341 करोड रुपए से बन रहे बिरसा मुंडा यूनिवर्सिटी की मुख्य इमारत की नींव रखी.
जल्द चुनाव की चल रही थीं अटकलें
गुजरात में पिछले कुछ दिनों से अटकलें लगाई जा रही थीं कि यहां यूपी के साथ चुनाव कराए जा सकते हैं. यहां तक कि भाजपा जिस तरह से तैयारियों में जुटी हुई है. लगातार अपने अलग अलग संगठनों की घोषणा कर रही है. ऐसे में इन कयासों को और बल मिल रहा था. इतना ही नहीं ये भी कहा जा रहा है कि गुजरात में विजय रूपाणी की तरह किसी ओर को सीएम पद मिल सकता है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में फरवरी मार्च 2022 में चुनाव हो सकते हैं, जबकि गुजरात में दिसंबर 2022 में चुनाव होने की संभावना है.
हालांकि, इस बात की संभावनाएं ज्यादा हैं कि विजय रूपाणी को ना बदलते हुए यूपी के साथ चुनाव करा दिए जाएं. जानकारों का मानना है कि यूपी और उसके साथ दूसरे राज्यों में हुए चुनाव में भाजपा के साथ कुछ भी उतार चढ़ाव होता है, तो सीधा असर गुजरात चुनाव में होगा. इतना ही नहीं ये भी माना जा रहा है कि जल्द चुनाव से दूसरी पार्टियों को तैयारियों का भी मौका नहीं मिलेगा. लेकिन रूपाणी ने इन कयासों पर विराम लगा दिया है.