देश-दुनिया में कोरोना वायरस कहर बनकर टूटा है. अब इस महामारी को पटखनी देने के लिए दुनियाभर के अलग-अलग देशों में वैक्सीन पर काम हो रहा है. इधर, भारत बायोटेक की वैक्सनी ट्रायल के लिए गुजरात पहुंच गई है. इसे अहमदाबाद के सोला सिविल अस्पताल लाया गया है, जहां 1000 लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल होना है.
आईसीएमआर की गाइडलाइन के तहत वैक्सीन को तय किए गए तापमान में रखने के लिए एक खास कमरा अस्पताल में तैयार किया गया है. गुरुवार से ह्युमन ट्रायल शुरू होना है. इसके लिए टीम बनाई गई है. भारत बायोटेक के वैक्सीन के ट्रायल के लिए एथिकल और साइंटिफिक कमिटी की अनुमती भी मिल चुकी हैं.
बता दें कि भारत बायोटेक COVAXIN वैक्सीन बना रही है. ट्रायल के दौरान इसमें करीब 60 फीसदी से अधिक सफलता दिखाई दी है, जो कि अगले साल के बीच में लॉन्च की जा सकती है. कंपनी की ओर से करीब 500 मिलियन डोज बनाने की तैयारी की जा रही है, जिन्हें स्टोर करने के लिए 2 से 8 डिग्री तापमान की जरूरत होगी. हाल ही में इस वैक्सीन का तीसरा ट्रायल पूरा किया गया है, जिसमें करीब 26 हजार लोगों ने हिस्सा लिया था.
वैक्सीन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी बयान दिया और कहा था कि भारत की वैक्सीन अब फाइनल स्टेज में है और इनके जल्द बाजार में आने की उम्मीद हैं. भारत में वैक्सीन का उपयोग कैसे होगा, वितरण कैसे होगा उसके लिए सरकार ने एक कमेटी बनाई है, जो सभी बिंदुओं पर गौर कर रही है. कमेटी द्वारा ही वैक्सीन देने की प्राथमिकता को तय किया जाएगा, ताकि हर किसी तक वैक्सीन पहुंच सके. भारत में वैक्सीन की डोज के लिए पहली प्राथमिकता में स्वास्थ्यकर्मी और कोरोना वॉरियर्स हो सकते हैं जिसके बाद बुजुर्गों का नंबर आ सकता है.