फरवरी के मौसम में पसीना आए तो यह हैरानी ही सबग है. लेकिन इस बार रिकॉर्डतोड़ ठंड के बाद फरवरी का महीने में ही अधिकतम तापमान रिकार्ड भी टूट चुका है. इस पर दिल्ली क्षेत्रीय मौसम विभाग के डायरेक्टर कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि इसकी मुख्य वजह फरवरी महीने में वेस्टर्न डिस्टरबेंस की संख्या कम होना है. अगर वेस्टर्न डिस्टरबेंस की संख्या कम रहती है, तो तापमान में इजाफा देखा जाता है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि मार्च का तापमान, फरवरी के महीने से कम रिकॉर्ड किया जाएगा. देखें रिपोर्ट.