अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के अंतिम दिन अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक ओर जहां पीएम मोदी के साथ पहले एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की वहीं शाम को उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन को अकेले संबोधित किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि ये यात्रा मेरे और मेरे परिवार के लिए यादगार रहेगी. भारत में हमारे दो दिन बहुत शानदार गुजरे हैं. इस दौरान पीएम मोदी के साथ सकारात्मक बातचीत हुई.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप से दिल्ली हिंसा पर भी सवाल पूछा गया. इस पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से इस मसले पर कोई बात नहीं हुई. इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि बाकी देशों के मुकाबले भारत ज्यादा धार्मिक है. वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक बार और जब सीएए से जुड़ा सवाल पूछा गया तो ट्रंप ने साफ-साफ कह दिया कि सीएए भारत का आंतरिक मसला है. सीएए पर भारत से कोई चर्चा नहीं हुई है.
भारत-अमेरिका के रिश्ते सबसे अच्छे: ट्रंप
पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि भारत एक सचमुच महान देश है. इस वक्त भारत-अमेरिका के रिश्ते सबसे अच्छे हैं. दोनों देशों के द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई है. हमने कई मुद्दों पर विचार किया है. हम भारत के साथ आपसी संबंधों को बढ़ावा देना चाहते हैं. हम पूरे विश्व में शांत चाहते हैं. अफगानिस्तान में शांति लाने की दिशा में काम जारी है. कोई बेगुनाह नहीं मारा जाना चाहिए.
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इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ चल रहे हैं प्रयास: ट्रंप
इस्लामिक आतंकवाद ना फैले इस दिशा में हम प्रयासरत हैं. सीरिया में जो हुआ उसे पूरे विश्व ने देखा. हम इसे रोकने की दिशा में काम कर रहे हैं. आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए हमने कई कदम उठाए हैं. रेडिकल इस्लाम जड़ से खत्म करने का प्रयास जारी है. इसके लिए सभी देशों को मदद के लिए आगे आना चाहिए. इसे लेकर पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है.
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जरूरत पड़ी तो मध्यस्थता के लिए तैयार हूं: ट्रंप
H-1B वीजा पर ट्रंप ने कहा कि इसको लेकर पीएम मोदी से बातचीत हुई थी. आतंकवाद के खिलाफ भारत-अमेरिका एक हैं. आतंकवाद को लेकर पीएम मोदी काफी सशक्त हैं. हम चाहते हैं कि भारत-पाकिस्तान करीब आएं. इसके लिए मैं मध्यस्थता के लिए भी तैयार हूं.