scorecardresearch
 

डेंगू-चिकनगुनिया ने रोका रास्ता, 30 फीसदी सैलानी रहेंगे दिल्ली से दूर

एसोचैम के सेक्रेटरी जनरल डीएस रावत ने बताया कि मीडिया के जरिए पूरी दुनिया को इसकी जानकारी मिल गई है कि दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया कहर बनकर टूट रहा है. ऐसे में अमेरिका और इंग्लैंड ने अपने लोगों के लिए एडवाइजरी तक जारी कर दी है.

Advertisement
X
एसोचैम ने जताई आशंका
एसोचैम ने जताई आशंका

दिल्ली में डेंगू-चिकनगुनिया का प्रकोप खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अस्पतालों और क्लिनिक्स में इसका असर दिख रहा है लेकिन अब इसका असर टूरिज्म इंडस्ट्री में भी दिखना शुरू हो गया है. एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में बाहर से आने वाले टूरिस्ट की संख्या में 30 प्रतिशत की गिरावट आएगी.

एसोचैम के सेक्रेटरी जनरल डीएस रावत ने बताया कि मीडिया के जरिए पूरी दुनिया को इसकी जानकारी मिल गई है कि दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया कहर बनकर टूट रहा है. ऐसे में अमेरिका और इंग्लैंड ने अपने लोगों के लिए एडवाइजरी तक जारी कर दी है.

हर साल अक्टूबर में आते हैं ज्यादा सैलानी
दिल्ली में हर साल लाखों सैलानी आते हैं और अक्टूबर महीने से सीजन शुरू होता है जो मार्च तक रहता है और इससे दिल्ली और आस-पास के शहर जैसे जयपुर और आगरा में लोगों को काम से लेकर पैसा सब कुछ मिलता है. लेकिन इस वक्त दिल्ली की जो हालत है उसका सीधा असर टूरिज्म पर पड़ेगा. होटल मालिकों की माने तो विदेशी और देशी सैलानी दिल्ली आने से कतरा रहे हैं और अगर हालात ठीक नहीं हुए तो दिवाली काली होने का डर है.

Advertisement

वहीं STIC के चेयरमैन सुभाष गोयल मानते हैं की ये बीमारियां हर साल आती है लेकिन इसका असर सीजन शुरू होने से पहले खत्म हो जाता है लेकिन इस बार पैनिक ज्यादा है तो कमी आएगी लेकिन 30 प्रतिशत नहीं. दिल्ली वाले परेशान हैं सरकारें अब जागी हैं और कोशिश कर रही हैं की हालत सुधरे पर अगर हालत नहीं सुधरे और पैनिक कम नयी हुआ तो सैलानी दिल्ली का रूख करने से डरेंगे और ये दिल्ली कि लिए एक बड़ा नुकसान होगा.

Advertisement
Advertisement