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राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन नहीं पनप सकता : AAP

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए को 2019 लोकसभा चुनाव में मजबूत चुनौती देने के लिए विपक्षी महागठबंधन खड़ा करने की कोशिशों के बीच विरोधी पार्टियों के अंतर्विरोध खुलकर सामने आ रहे हैं.

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सोमनाथ भारती (फाइल फोटो)
सोमनाथ भारती (फाइल फोटो)

'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन पनप नहीं सकता. हालांकि महागठबंधन का नेता बनने के लिए ममता बनर्जी या अरविंद केजरीवाल जैसे कई काबिल नेता मौजूद हैं.' ये कहना है आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक सोमनाथ भारती का. 2019 लोकसभा चुनाव के लिए AAP ने सोमनाथ भारती को गोवा और कर्नाटक छोड़कर पूरे दक्षिण भारत का पार्टी प्रभार पिछले तीन साल से सौंपा हुआ है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए को 2019 लोकसभा चुनाव में मजबूत चुनौती देने के लिए विपक्षी महागठबंधन खड़ा करने की कोशिशों के बीच विरोधी पार्टियों के अंतर्विरोध खुलकर सामने आ रहे हैं.

AAP नेता भारती का कहना है, 'महागठबंधन का नेता बनने के लिए बहुत से काबिल नेता मौजूद हैं, उसमे ममता बनर्जी या हमारी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल भी हो सकते हैं. हालांकि यह वक्त बताएगा कि कौन महागठबंधन का नेता होगा जिससे पीएम मोदी को 2019 में हराया जा सके. राहुल गांधी के नेतृत्व में महागठबंधन पनप नहीं सकता.  नेता ऐसा हो जिससे मोदी जी को डर लगे.'  

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महागठबंधन के लिए कांग्रेस की ओर से कोशिशों पर केजरीवाल के ठंडे रुख पर भारती ने कहा, 'महागठबंधन से अरविंद केजरीवाल ने इसलिए इंकार किया है क्योंकि राहुल गांधी के नेतृत्व में महागठबंधन की सफलता मुश्किल दिखती है. राहुल गांधी को लगता है कि क्षेत्रीय पार्टियों का इस्तेमाल कर अपना हित साध लेंगे. जब तक राहुल गांधी महागठबंधन के नेता हैं बीजेपी को फायदा ही होगा. बीजेपी चाहती है कि 2019 का चुनाव युद्ध ‘मोदी बनाम राहुल’ रहे. हकीकत ये है कि मोदी बनाम कोई मजबूत नाम हुआ तभी महागठबंधन सफल होगा.'

सोमनाथ भारती के मुताबिक पीएम मोदी की कोशिश यही है कि राहुल गांधी मजाक के पात्र बने रहें और उन्हें देश में कोई गंभीरता से ना ले.

AAP की ओर से तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिशों के संबंध में पूछे जाने पर भारती ने कहा, 'क्षेत्रीय पार्टियों का मूड बेहद अलग है. AAP हर राज्य के हिसाब से रणनीति बनाएगी. इन राज्यों में ठोस अस्तित्व रखने वाली पार्टियों से जुड़ने की कोशिश की जाएगी. केरल, तेलांगना, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, आंध्रप्रदेश में क्षेत्रीय पार्टियों को जोड़ने का काम किया जा रहा है. हालांकि ये कहना ठीक नहीं होगा कि आम आदमी पार्टी कोई फ्रंट बना रही है. हमारा उन राज्यों पर अधिक फोकस रहेगा जहां बीजेपी सत्ता में है.'

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दिल्ली में कांग्रेस के साथ किसी तरह के तालमेल की संभावना पर भारती ने कहा, ‘दिल्ली तो आम आदमी पार्टी के पास ही रहेगी, कांग्रेस अपनी सोचे. AAP को कांग्रेस का साथ नहीं चाहिए. कांग्रेस कल भी जीरो थी आज भी जीरो है. राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी या बीजेपी को चुनौती देने के मामले में कांग्रेस कभी गंभीर नहीं आती.” भारती ने राजधानी के मौजूदा सभी 7 बीजेपी सांसदों पर भी दिल्लीवासियों की अपेक्षा पर पूरी तरह नाकाम रहने का आरोप लगाया. भारती ने कहा कि इन सांसदों ने दिल्लीवालों की एक भी समस्या संसद में नहीं उठाई.

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