रेलिगेयर केस में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) द्वारा गिरफ्तार किए गए रैनबैक्सी के पूर्व सीईओ मलविंदर सिंह समेत अन्य आ्ररोपियों को शुक्रवार के दिन राजधानी दिल्ली की साकेत कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने सभी को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
पुलिस ने पेशी के दौरान कोर्ट से छह दिन की हिरासत में भेजने की मांग की. कोर्ट ने आरोपियों को छह दिन की बजाय चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस हिरासत में भेजे गए आरोपियो में मलविंदर सिंह के भाई और कंपनी के पूर्व प्रमोटर शिविंदर सिंह भी शामिल हैं.
यह भी हैं रिमांड पर
सिंह बंधुओं के साथ ही तीन और आरोपियों को भी पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. यह आरोपी हैं- कवि अरोरा, सुनील गोधवानी और सुनील सक्सेना. गौरतलब है कि पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने मलविंदर को लुधियाना से गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ 2300 करोड़ रुपये की हेराफेरी का मामला चल रहा है. मलविंदर से पहले उनके भाई शिविंदर समेत चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था.
क्या है पूरा मामला
रैनबैक्सी को जापान की कंपनी दाइची सैंक्यों ने सन 2008 में खरीदा था. दाइची सैंक्यो ने सिंगापुर मध्यस्थता न्यायाधिकरण में सिंह बंधुओं पर रैनबैक्सी के खिलाफ अमेरिका के खाद्य एवं औषधि विभाग की ओर से जारी जांच और कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां छिपाने का आरोप लगाया था. सिंगापुर हाई कोर्ट ने 21 दिसंबर को अपने फैसले में एक ट्रिब्यूनल के उस फैसले को सही ठहराया था, जिसमें सिंह बंधुओं से दाइची सैंक्यो को 3500 करोड़ रु. चुकाने के लिए कहा था.