अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले के बाद देश की राजधानी में मंदिरों के बाहर 'आजतक' की टीम ने सुरक्षा का जायजा लिया है. आतंकी हमले के बाद यहां चांदनी चौक के गौरी शंकर मंदिर में सुरक्षा की कमी से लोग बेहद नाराज़ नज़र आए. सावन के महीने में सबसे ज्यादा भीड़ वाले मंदिरों में से एक गौरी शंकर मंदिर के बाहर सुरक्षा का हाल बेहाल रहा. मंदिर दर्शन करने आये लोगों ने बताया कि आतंकी हमले के बाद मंदिरों में चेकिंग के कड़े इंतजाम न होना एक बड़ी लापरवाही है.
दिल्ली के कमला नगर में रहने वाले सिद्धार्थ 6 जुलाई को अमरनाथ यात्रा से दिल्ली लौटे हैं. सिद्धार्थ ने अमरनाथ यात्रा का अनुभव साझा करते हुए बताया कि वो 30 जून को दिल्ली से अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुए और 6 जुलाई को दर्शन के बाद दिल्ली लौट आए थे. सिद्धार्थ ने बताया कि उनके जत्थे में 18 लोग शामिल और सभी सभी सुरक्षा को लेकर काफी डरे हुए थे.
यात्रा से वापस लौटे सिद्धार्थ ने बताया कि 6 दिन बहुत डर-डर के यात्रा की. घर वाले बहुत परेशान थे, फोन में नेटवर्क भी नहीं होता था. हमारी गाड़ी पर कई जगह पथराव भी हुआ, बालटाल से आते वक्त गाड़ियों के शीशे फोड़ दिए गए. आर्मी वालों ने हमें वहां से फटाफट निकलने के लिए कहा. सिद्धार्थ के मुताबिक सभी को एक तरह का खौफ था और सुरक्षित घर पहुंचने की जल्दी थी. जब घरवालों ने सोमवार को आतंकी हमले की खबर देखी तो अमरनाथ यात्रा को लेकर परिवार में खौफ और बढ़ गया है.
अनंतनाग आतंकी हमले से 2 दिन पहले अमरनाथ यात्रा से लौटे संतोष गुप्ता ने बताया कि दर्शन से लौटते वक्त उन्हें काफी डर लग रहा था. गुप्ता परिवार के 4 सदस्यों ने 6 जुलाई को अमरनाथ बाबा के दर्शन के बाद दिल्ली के लिए तुरन्त रवाना होने का फैसला कर लिया था. दिल्ली के दक्षिणपुरी में रहने वाले संतोष गुप्ता बताते हैं कि वो पिछले सात साल से लगातार अमरनाथ की यात्रा में जा रहे हैं लेकिन ऐसा पहली बार है जब उन्हें इतना डर लगा. गुप्ता अपने आप को खुशकिस्मत बताते हुए कहा कि 10 जुलाई को हुए आतंकी हमले की खबर सुनकर उन्हें झटका लग गया था. फिलहाल गुप्ता परिवार ने अमरनाथ यात्रा में गए अपने नज़दीकियों और दोस्तों से हाल पूछना शुरू कर दिया है.
फिलहाल अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले की ख़बर के बाद मंगलवार की सुबह जब लोग मंदिर पहुंचे तो सरकार की तरफ से गौरी शंकर मंदिर में सुरक्षा के कोई इंतजाम न दिखने पर नाराजगी जताई. लोगों का कहना है कि मंदिर के अंदर कुछ भी ले जा सकते हैं, चेकिंग के कोई इंतजाम नहीं हैं. चांदनी चौक में कई धार्मिक स्थल है लेकिन हर जगह सुरक्षा का आभाव नज़र आया.