
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कम होते मामलों के बीच लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में ओपीडी की सुविधाएं 9 महीने बाद दोबारा शुरू की गई हैं. कोरोना की वजह से लॉकडाउन और तमाम तरह की पाबंदियां झेलने वाली दिल्ली में नया साल खुशखबरी लेकर आया है. 2000 बेड्स के साथ कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले देश के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल एलएनजेपी में ओपीडी की शुरुआत पटरी में लौट रही जिंदगी की तरफ इशारा कर रही है.
मंगलवार को 'आजतक' की टीम ने एलएनजेपी अस्पताल के अलग अलग ओपीडी वार्ड का जायजा लिया, जहां मरीज़ अन्य बीमारियों का इलाज कराने के लिए पहुंचना शुरू हो चुके हैं. बताते हैं कोरोना संक्रमण से बचाव के साथ एलएनजेपी अस्पताल में OPD के लिए क्या 9 बड़े बदलाव किए गए हैं?
1. OPD में इलाज के लिए आने वाले मरीज़ों का अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर सबसे पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा. रिपोर्ट नेगटिव आने पर ही मरीज़ को OPD में भेजा जाएगा.

2. OPD रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को बढ़ावा दिया गया है. मरीज ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के अलावा सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन करते हुए अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर से भी ओपीडी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.
3. फिलहाल ओपीडी की सेवाएं सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक ही शुरू की गई हैं.
4. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर रोजाना हर विभाग में 50 मरीजों का ही रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. भीड़ से निपटने के लिए हर विभाग में 25 मरीजों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा की गई है.
5. ओपीडी रजिस्ट्रेशन के बाद मरीज़ को संबंधित विभाग में जाना होगा जहां डॉक्टर्स की टीम मौजूद होगी. हर विभाग के सामने वेटिंग एरिया में मरीज़ों के बैठने के लिए खास सोफे का इंतज़ाम किया गया है, लेकिन यहां हर सीट के बीच क्रॉस का निशान बनाया गया है ताकि मरीज़ों के बीच उचित दूरी बनी रहे.

6. ओपीडी के किसी भी विभाग में जब मरीज़ डॉक्टर्स से जांच करवाने पहुंचेंगे, तो वहां संक्रमण के बचाव के लिहाज़ से डॉक्टर और मरीज़ के बीच एक कांच की शील्ड लगाई गयी है.

7. साथ ही अब मरीज़ों के सीधे सम्पर्क में आने वाले डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ पीपीई किट में मौजूद रहते हैं. इसके अलावा डॉक्टर चैंबर के नजदीक एक रूम तैयार किया गया है, यहां नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है, जो मरीजों के टेस्ट कराने और डॉक्टर द्वारा बताई गईं दवाइयां मुहैया कराने में सहायता कर रही हैं.

8.ओपीडी में इलाज कराने आ रहे मरीज़ों को दवाई लेने के लिए अलग से फार्मेसी काउंटर पर नहीं जाना होगा. अब मरीज़ों को डॉक्टर के चैंबर के नज़दीक ही बने एक काउंटर से दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं.

9. अब हर ओपीडी विभाग में मरीज़ों के लिये टेस्टिंग फैसिलिटी उसी फ्लोर पर मौजूद है, जिसमें जनरल ओपीडी में किये जाने वाले सभी टेस्ट जैसे एक्स-रे, ब्लड टेस्ट, ECG आदि कराये जा रहे हैं. इससे मरीज़ों को डॉक्टर द्वारा बताये गये टेस्ट कराने के लिये अलग-अलग फ्लोर या विभाग में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.

एनएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार ने 'आजतक' से बातचीत में कहा कि दोबारा ओपीडी सेवा शुरू करने से पहले कई बातों का ध्यान रखा गया है. जैसे किसी भी विभाग में भीड़ न जुटे और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा भी बनी रहे. उन्होंने बताया कि कोरोना से पहले ओपीडी में रोज़ाना 8 से 9 हजार मरीज़ इलाज़ कराने आते थे, और अब दोबारा OPD शुरू होने के बाद 90 मरीज़ इलाज कराने आ चुके हैं.

बता दें कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कम होते मामलों के बीच, एलएनजेपी के मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में कोरोना बेड्स की संख्या 50% तक घटाई गई है. ऐसे में, अब तक 2000 बेड्स पर कोरोना का इलाज कर रहे इस अस्पताल में 1000 बेड्स को अन्य बीमारियों के इलाज के लिए तैयार किया जा रहा है.