नोएडा-आगरा एक्सप्रेस-वे बढ़ते हादसों के बीच वहां गाड़ियों की ओवर स्पीडिंग पर नजर रखी जा रही है. हाई टेक कैमरों के जरिए तय स्पीड से तेज चलने वाली गाड़ियों और रैश ड्राइविंग करने वालों की पहचान की जा रही है. आकंड़ों के मुताबिक नियम तोड़ने वालों में सबसे ज्यादा गाड़ियां दिल्ली की हैं.
बीते महीने यमुना एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरने के दौरान हाई-टेक कैमरे के जरिए कंट्रोल रूम ने ओवर स्पीडिंग और रैश ड्राइविंग कर रही 133590 गाडियां आईडेंटिफाई की हैं. इनमें सबसे ज्यादा गाड़ियां दिल्ली की पाई गई हैं.
ये है नियम तोड़ने वालों की राज्यवार संख्या
दिल्ली- 57301
मध्यप्रदेश- 2359
उत्तराखंड- 2206
हरियाणा- 13970
उत्तरप्रदेश- 49363
पंजाब- 2052
इसके अलावा गुजरात तमिलनाडु जैसे प्रदेशों के नंबर वाली गाड़ियों ने भी नियमों का उल्लंघन किया है.
22 हजार ड्राइविंग लाइसेंस होंगे रद्द
इनमें से 22,538 ऐसी गाडियां थीं, जिन्होंने तीन या उससे ज्यादा बार ओवर स्पीडिंग कर नियम तोड़ा. जिसके बाद सभी का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने का फैसला किया गया है. वहीं एक लाख से ज्यादा वाहन मालिकों को चालान भरना पड़ेगा. इसके लिए अन्य राज्यों के अलावा उत्तर प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों को गौतम बुद्ध नगर के जिला अधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने संस्तुति रिपोर्ट भेज दी है.
बीते दिनों एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे और फिर गाड़ियों को पहचान करने में हुई देरी के बाद एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी की फजीहत हुई थी. जिसके बाद नोएडा के जिला अधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने एक्सप्रेस-वे के निगरानी तंत्र को दुरुस्त करने की पहल जोर शोर से शुरू कर दी. बृजेश नारायण सिंह ने बताया कि वह किसी भी कीमत पर हादसों को रोकना चाहते हैं और और इसके लिए हर मुमकिन कदम उठाया जाएगा.