पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी स्थित माता चानन देवी अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है. अस्पताल प्रशासन ने एक नवजात बच्ची की लाश को शवगृह में रखने की बजाय कूड़ेदान में फेंक दिया. अस्पताल ने बच्ची के परिवार से लाश को शवगृह में रखने के लिए डेढ़ हजार रुपये भी लिए, लेकिन फिर भी इस तरह की लापरवाही हुई.
नवजात बच्ची का जन्म रविवार को जनकपुरी इलाके में एक नर्सिंग होम में हुआ था, लेकिन सेहत बिगड़ने के कारण उसे चानन देवी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था. जहां देर रात बच्ची की नर्सरी में मौत हो गयी. इस बारे में रात को ही परिवारवालों को सूचना दी गयी, लाश को शवगृह में रखवाने के लिए डेढ़ हजार रुपये लिए भी गये. लेकिन जब परिवार वाले शवगृह में पहुंचे तो वहां के स्टाफ ने बताया कि बच्ची की लाश वहां नहीं है. खोजबीन की गयी तो बच्ची की लाश कूड़ा ले जाने वाली गाड़ी में मिली. इससे नाराज परिवारवालों ने पुलिस को सूचना दी. अस्पताल प्रशासन इस बारे में कुछ भी बात करने को तैयार नही है.
इस मामले में अस्पताल के एमएस से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बीजी होने की बात कही. पुलिस इस मामले को लापरवाही बता रही है और जांच की बात कह रही है. पुलिस का ये भी कहना है कि पूछताछ में अस्पताल ने इस घटना को अटेंडेंट की गलती बताया है, जो भी हो लेकिन यह घटना इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली जरूर है.
इस घटना से दिल्ली के लोग हैरान परेशान हैं और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार भी मामले को गंभीरता से ले रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोषियों पर कार्रवाई की बात की है. खबर मिलने के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंदर जैन अस्पताल पहुंचे और उन्होंने अस्पताल को नोटिस देने व 24 घंटे में जवाब मिलने के बाद कार्रवाई की बात कही. उन्होंने घटना पर दुख जताया और कहा कि इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए.