राजधानी दिल्ली में तेजी से कोरोना के मामले में गिरावट आ रही है और इसका परिणाम यह रहा कि अब यहां पर एक्टिव केस की संख्या घटकर 10 हजार से कम हो गई है. हालांकि मौत के आंकड़ों में कमी नहीं आई है और पिछले 24 घंटे में 100 से ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं.
फिलहाल दिल्ली में पिछले 24 घंटे में नए कोरोना केसों की संख्या घटकर 600 से कम हो गई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में आज बुधवार को कोरोना के 576 नए मामले सामने आए.
17 मार्च के बाद एक दिन में दिल्ली में सबसे कम केस दर्ज किए गए हैं. 17 मार्च को 536 केस आए थे और आज 576 मामले सामने आए. हालांकि पिछले 24 घंटे में 103 मौतें हुईं. इस दौरान 1,287 लोग ठीक या डिस्चार्ज भी हुए. कल मंगलवार को दिल्ली में 623 नए केस दर्ज किए गए थे.
31 मार्च के बाद सबसे कम एक्टिव केस
दिल्ली में लगातार तीसरे दिन संक्रमण दर 1% कम दर्ज हुई है. संक्रमण दर घटकर अब 0.78% पर दर्ज हुई है और यह दर 18 मार्च के बाद से सबसे कम है तब संक्रमण दर 0.76 फीसदी थी.
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राजधानी में एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर अब 9,364 रह गई है. यह संख्या 31 मार्च के बाद सबसे कम है. 31 मार्च को संख्या 8,838 थी. होम आइसोलेशन में अभी 4,531 मरीज हैं
रिकवरी रेट 97 फीसदी से ज्यादा
एक्टिव मरीजों की दर घटकर 0.65 फीसदी तक आ गई है और यह दर 22 मार्च (0.6%) के बाद से सबसे कम है. रिकवरी रेट की बात करें तो दिल्ली में यह दर बढ़कर 97.63 फीसदी हो गई है.
दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना 576 नए केस सामने आए, जिससे राजधानी में अब तक कुल आंकड़ा 14,27,439 तक पहुंच गया है. इस दौरान 1,287 मरीज डिस्चार्ज हुए जिससे ठीक होने वालों का कुल आंकड़ा 13,93,673 हो गया.
पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कुल 73,451 टेस्ट किए गए, जिसमें RT-PCR टेस्ट 51,349 और एंटीजन 22,102 है. टेस्ट का कुल आंकड़ा 1,94,46,544 तक पहुंच गया है.
युवाओं को दूसरी डोज लगाने का समय, लेकिन वैक्सीन नहींः आतिशी
इस बीच आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने कहा कि दिल्ली में युवाओं को वैक्सीन की दूसरी डोज लगने का समय आ गया है, लेकिन सरकारी केंद्रों पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. दिल्ली में 18 से 44 वर्ष की श्रेणी के युवा मजबूरी में निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगवा रहे हैं क्योंकि युवाओं के पास महंगे दामों पर वैक्सीन लगवाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है. दिल्ली सरकार को युवाओं के लिए 8.17 लाख वैक्सीन की डोज मिली हैं, जिसमें से 8.15 लाख से अधिक डोज लगाई जा चुकी है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कल 1 जून को 50,382 लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई गई है, जिसमें से 33,488 लोगों को पहली और 16,894 लोगों को दूसरी डोज लगाई गई है. दिल्ली में 54,60,010 लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी हैं, जिनमें 42 लाख लोगों को पहली और 12.41 लाख लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं. 45 वर्ष से अधिक उम्र के लिए वैक्सीन की 50 लाख मिली हैं, जिसमें से करीब 46 लाख डोज लगाई जा चुकी हैं और 4.12 लाख वैक्सीन बची है.
आतिशी ने कहा कि दिल्ली के पास 45 वर्ष से अधिक उम्र की श्रेणी के लिए कोवैक्सीन की 30 हजार और कोविशिल्ड की 3.82 लाख के करीब डोज उपलब्ध हैं. कोवैक्सीन का इस्तेमाल सिर्फ दूसरी डोज लगाने के लिए किया जा रहा है. केंद्र सरकार से आग्रह है कि वैक्सीन उत्पादक कंपनियों की क्षमता जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है, उसी हिसाब से दिल्ली को भी ज्यादा डोज उपलब्ध करवाई जाएं, ताकि युवाओं को वैक्सीनेट कर सकें.