दिल्ली के रोहिणी में बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए दिल्ली बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी के सभी पार्षदों को रैली में पांच-पांच हजार लोगों की भीड़ लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पार्टी के निर्देश के बाद पार्षद सुबह से शाम तक डोर-टू डोर कैंपेनिंग कर रहे हैं. उधर कांग्रेस इस पर एक अलग राग अलाप रही है. कांग्रेस नेताओं का दावा है कि इस भागदौड़ के चलते ही दिल्ली के कई इलाके में डेंगू के लार्वा पनप रहे हैं. कांग्रेस ने डेंगू के फैलते डंक के लिए मोदी की रैली को जिम्मेदार बताया है.
नॉर्थ एमसीडी में नेता विपक्ष मुकेश गोयल ने कहा, 'मोदी की रैली के लिए क्या महापौर, क्या स्थाई समिति अध्यक्ष और क्या नेता सदन सभी लगे हुए हैं. अरे वोट के लिए आप रैली कर रहे हो लेकिन वोट तो तब मांगोगे ना जब कोई जिंदा बचेगा.'
गौरतलब है कि दिल्ली में डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित एमसीडी का रोहिणी जोन इलाका ही है और यहीं मोदी की रैली होनी है. एमसीडी के रोहिणी जोन में अभी तक डेंगू के सबसे ज्यादा 99 मामले सामने आए हैं. अब भले ही यह एक संयोग हो लेकिन विपक्ष को रैली के बहाने सत्ता पक्ष को घेरने का मौका मिल गया है. मामला बढ़ा तो खुद नार्थ एमसीडी के महापौर को सफाई देनी पड़ी.
नॉर्थ दिल्ली के मेयर आजाद सिंह ने कहा, 'ऐसा नहीं है... रैली में हर कोई नहीं जा रहा है... सिर्फ वही लोग जा रहे हैं जो पदाधिकारी हैं.'
इन सबके बीच दिल्ली में डेंगू से दहशत बरकरार है. नॉर्थ एमसीडी कमिश्नर ने बुधवार को डेंगू पर आपात बैठक बुलाई. दिल्ली में इस साल विधानसभा चुनाव हैं जाहिर है ऐसे में डेंगू के मुद्दे पर राजनीति होने पर किसी को हैरानी नहीं होगी लेकिन देखना ये है कि आखिर तेजी से फैलते डेंगू के डंक को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं.
रैली के इलाके में ही डेंगू से 11 की मौत
रोहिणी जोन के शाहबाद दौलतपुर से और 11 लोगों के मरने की सूचना है. इसी इलाके की जापानी पार्क में रैली होने वाली है और चेकिंग के दौरान पाया गया है कि यहां डेंगू के लार्वा पनप रहे हैं. इसकी रोकथाम के लिए भी कोई खास कदम नहीं उठाए गए हैं.