नौकरानी की हत्या में फंसे सांसद धनंजय सिंह और उनकी पत्नी जागृति सिंह को दिल्ली पुलिस ने 5 दिन की रिमांड पूरी होने के बाद सोमवार को अदालत में पेश किया. पेशी के दौरान धनंजय ने खुद को बेकसूर बताया और कहा कि उनको साजिश में फंसाया जा रहा है और जल्द ही सच सबके सामने आ जाएगा.
अदालत में पेशी के दौरान दिल्ली पुलिस ने दलील दी कि सांसद धनंजय सिंह और उनकी पत्नी जागृति सिंह के खिलाफ पुख्ता सबूत उनके पास हैं. पुलिस ने अदालत से मांग की कि दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाए, क्योंकि दोनों को आगे भी पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा सकती है. इसके बाद कोर्ट ने दोनों को चार दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया.
सांसद धनंजय सिंह की ओर से अदालत में जमानत याचिका भी दाखिल कर दी गई है, जिस पर 15 नवंबर को सुनवाई होगी. सांसद की पत्नी जागृति सिंह की ओर से भी अदालत में कानून से बचने की हर कोशिश की जा रही है. अदालत में जागृति के वकील ने कहा कि इस तरह की खबरें आ रही हैं कि वो दिमागी डिप्रेशन की शिकार है, इसकी जांच होनी चाहिए. इस पर अदालत ने जागृति के वकील से कहा कि अगर जागृति को कोई मानसिक बीमारी है तो इसे साबित करने के लिए वे दस्वावेज दें.