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JNU में भिड़े लेफ्ट और ABVP के छात्र, नॉनवेज खाने से रोकने और रामनवमी पूजा में बाधा डालने का आरोप-प्रत्यारोप

रामनवमी के दिन JNU कैंपस में वामपंथी (Left wing students) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र आपस में भिड़ गए. लेफ्ट विंग के छात्रों ने ABVP के छात्रों पर नॉन वेज फूड खाने से रोकने का आरोप लगाया है. वहीं, ABVP के छात्रों ने लेफ्ट विंग के छात्रों पर रामनवमी के मौके पर हॉस्टल में पूजा करने से रोकने का आरोप लगाया है.

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सांकेतिक तस्वीर.
सांकेतिक तस्वीर.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ABVP के छात्रों ने हॉस्टल में पूजा करने से रोकने का आरोप लगाया
  • लेफ्ट विंग के छात्रों ने हॉस्टल के मेस सचिव से मारपीट का आरोप लगाया

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के वामपंथी छात्रों (Left wing students) का आरोप है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रों ने उन्हें नॉन वेज फूड खाने से रोका. लेफ्ट विंग के छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि एबीवीपी के छात्रों ने कावेरी हॉस्टल के मेस सचिव से मारपीट भी की.

लेफ्ट विंग के छात्रों ने एबीवीपी छात्रों पर जेएनयू परिसर में गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए छात्रों को एकजुट होने का आह्वान किया है. उधर, एबीवीपी का आरोप है कि लेफ्ट विंग के छात्र कावेरी हॉस्टल में रामनवमी की पूजा नहीं करने दे रहे हैं.

उधर, इस फूड कॉन्ट्रोवर्सी पर यूनिवर्सिटी की ओर से एक नोटिस जारी किया गया है. यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया है कि जेएनयू कैंपस के मेस में किसी भी धर्म के लिए खाने-पीने के लिए कोई पाबंदी नहीं है. यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कोई मनाही नहीं है. चाहे रमजान हो या रामनवमी... हर कोई इसे अपने तरीके से मना सकता है. साथ ही यह भी कहा गया है कि किसी के भी पहनावे पर, खाने पर और आस्था पर रोक टोक नहीं कर सकते हैं. सभी लोग अपने हिसाब से अपने धर्म का पालन करते हैं. मेस स्टूडेंट कमेटी चलाती है और मेन्यू वही तय करते हैं.

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फिलहाल के लिए कार्रवाई यही की गई है कि वार्डन ने नोटिस जारी करके इस बात को साफ कर दिया है कि हर व्यक्ति अपनी आस्था के मुताबिक पूजा कर सकता है, अपने धर्म का पालन कर सकता है, इसमें यूनिवर्सिटी की तरफ से कोई मनाही नहीं है।

लेफ्ट का आरोप- छात्रों को भोजन के अधिकार से वंचित किया जा रहा

जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की ओर से कहा गया है कि एबीवीपी के गुंडों ने अपनी नफरत की राजनीति और विभाजनकारी एजेंडे को लेकर कावेरी हॉस्टल में हिंसक माहौल बना दिया है. वे मेस कमेटी को रात के खाने के मेनू को बदलने के लिए मजबूर कर रहे हैं और मेस से जुड़े लोगों के साथ लेफ्ट विंग के छात्रों पर हमला कर रहे हैं. मेनू में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के फूड हैंं. छात्र अपनी पसंद के मुताबिक कोई भी खाना ले सकते हैं. लेकिन एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने गुंडागर्दी कर हंगामा किया. साथ ही मेस के कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने मेस के कर्मचारियों से नॉनवेज फूड नहीं बनाने का दबाव डाला. 

जेएनयू में आधिपत्य जमाने की राजनीति कर रही एबीवीपी

स्टूडेंट यूनियन की ओर से कहा गया है कि जेएनयू और उसके हॉस्टल सभी के लिए एक जैसा है. यहां रह रहे छात्र अलग-अलग इलाकों से होते हैं और उनकी संस्कृति, खान-पान भी अलग-अलग होता है, जिनका सम्मान किया जाना चाहिए. आरोप लगाया गया कि एबीवीपी का यह कदम जेएनयू जैसे लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष स्थानों पर आधिपत्य जमाने की उनकी राजनीति और दक्षिणपंथी हिंदुत्व नीतियों को दर्शाता है.

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स्टूडेंट यूनियन ने कहा कि जेएनयू के छात्र इस तरह की विभाजनकारी चालों के आगे नहीं झुकेंगे और इस तरह की घटनाओं के खिलाफ लड़ना जारी रखेंगे. जेएनयू स्टूडेंट यूनियन छात्रों से सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ एकजुट होने की अपील करता है. ऐसी किसी भी विभाजनकारी शक्तियों का डटकर मुकाबला किया जाना चाहिए और जेएनयू समुदाय को एकजुट होकर दोहराना चाहिए कि ऐसे किसी भी कृत्य के खिलाफ जीरो टॉलरेंस होगा. 

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