एक लाख रुपये की खरीदारी के लिए पैन कार्ड अनिवार्य करने के खिलाफ राजधानी और कई अन्य शहरों के ज्वेलरों ने दो दिनों की हड़ताल शुरू कर दी है. ज्वेलर और स्वर्णकार अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर इसके खिलाफ घरना दे रहे हैं. यह हड़ताल फिलहाल 25 और 26 मार्च को होगी लेकिन समाधान न निकलने पर यह बेमियादी भी हो सकती है.
द बुलियन ऐंड ज्वेलर्स एसोसिएशन ने अपने सदस्यों से इस हड़ताल का आह्वान किया था. उनके पदाधिकारियों योगेश सिंघल और राम अवतार वर्मा ने कहा है कि उनके संगठन के सदस्य सरकार के इस अव्यावहारिक काले कानून के खिलाफ आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा कि यह कानून न केवल अव्यावहारिक है बल्कि परेशान करने वाला भी.
नए कानून के मुताबिक एक लाख रुपये की खरीदारी करने पर खरीदार को अपना पैन कार्ड दिखलाना जरूरी होगा. इतना ही नहीं ग्राहक के पासपोर्ट, लाइसेंस या इस तरह के पहचान कार्ड की फोटोकॉपी दुकानदार को फॉर्म-60 के साथ लगाना जरूरी होगा. अगर ये गलत पाए गए तो दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई होगी. इस बात से व्यापारी बेहद नाराज हैं क्योंकि उनके पास उन कागजात की जांच का कोई तरीका नहीं है और कागज झूठा पाए जाने पर उन पर कार्रवाई होगी.
व्यापारियों का कहना है कि देश में पैन कार्ड होल्डर की संख्या बहुत कम है और बड़ी तादाद में ग्राहक छोटे शहरों से यहां खरीदारी करने आते हैं, उनके पास इस तरह का कोई कार्ड नहीं होता, ऐसे में उन्हें सामान बेचना व्यापारियों के लिए संभव नहीं होगा. इसके अलावा इस तरह के कानून से इंस्पेक्टर राज की वापसी होगी.