Southwest Monsoon In Delhi Updates: दिल्ली वालों को मॉनसून का बेसब्री से इंतजार है. मॉनसून के आगमन को लेकर कई बार मौसम विभाग ने तारीख तो दी लेकिन हर बार या तो मौसम विभाग खुद गच्चा खा गया या फिर मॉनसून ने दिल्ली वालों को धोखा दे दिया. सबसे पहले मौसम विभाग ने 15 जून को ही दिल्ली में मॉनसून के एंट्री का पूर्वानुमान लगाया था. उस समय मॉनसून पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में तो पहुंचा लेकिन दिल्ली में दाखिल नहीं हो पाया. जून के तीसरे हफ्ते से मॉनसून के मुताबिक गतिविधियां अनुकूल नहीं रही और पूरे देश में एक किस्म का मॉनसून ब्रेक महसूस किया.
जब 8 जुलाई से स्थितियां देश में सामान्य होने लगीं तो मौसम विभाग ने एक बार फिर से भविष्यवाणी (Delhi Weather Forecast) की कि 10 जुलाई तक दिल्ली में मॉनसून (Delhi Monsoon) का आगमन हो जाएगा. लेकिन इस बार भी मॉनसून नहीं आया और न ही बारिश हुई. फिर मौसम विभाग ने 11 जुलाई को मॉनसून के दाखिल होने की नई तारीख दे दी. आज 12 जुलाई है लेकिन अब तक मॉनसून की बारिश दिल्ली में नहीं हो पाई है तो ऐसे में सवाल उठने लगा है कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान बार-बार गलत साबित क्यों हो रहा है.
मौसम विभाग कहता है कि मॉनसून का आगमन बहुत सारे फैक्टर पर निर्भर करता है जिसमें कई सारी गणितीय गणना भी शामिल है. अब मौसम विभाग का कहना है कि हालांकि दिल्ली में मॉनसून की बारिश (Delhi Rain) नहीं हुई है लेकिन जितनी भी परिस्थितियां हैं वह मॉनसून के आने का इशारा कर रही हैं. यानी संभावना यह भी है कि इस बार मॉनसून की बारिश हो ही ना और मौसम विभाग मॉनसून के आगमन की घोषणा कर दे.
मौसम विभाग में सीनियर वैज्ञानिक सुनीता एस देवी बताती हैं, 'कई बार ऐसा होता है कि मॉनसून के आगे बढ़ने की तमाम स्थितियां दिखाई देती हैं और अनुकूल भी होती हैं जैसे हवा में नमी की मात्रा और जमीन पर चलने वाली हवाएं. अगर ऐसी स्थिति 2 दिनों से बन रही हो और ऐसा लगभग निश्चित हो कि इस परिस्थिति के बाद बारिश निश्चित है तब भी हम मॉनसून के आगमन की घोषणा कर देते हैं. इसमें यह भी देखना होता है कि आने वाले 2 दिनों में उस इलाके में बारिश की संभावना होनी चाहिए.'
इस हिसाब से देखें तो दिल्ली में मॉनसून के आगमन की परिस्थितियां अनुकूल तो हैं लेकिन बारिश फिलहाल ना के बराबर हुई है. इन सब स्थितियों को देखते हुए मौसम विभाग बिना बारिश के मॉनसून के आगमन की घोषणा कर सकता है.