हैदराबाद में हैवानियत की शिकार बेटी के इंसाफ के लिए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल आज से बेमियादी अनशन पर बैठने जा रही थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया है. स्वाति मालीवाल का आरोप है, 'पुलिस हमें जंतर मंतर पर बैठने नहीं दे रही. रातभर पुलिस ने पूरा जंतर-मंतर बैरिकेडिंग करके टेंट, माइक और टॉयलेट नहीं लगने दिया. साफ बोल रहे हैं कि अनशन नहीं करने देंगे. देश में एक महिला शांति से अनशन भी नहीं कर सकती? केंद्र सरकार को ऐसा भी क्या डर? क्या सच में लोकतंत्र है?.'
स्वाति मालीवाल ने कहा, 'चाहे कुछ हो जाए, पुलिस और केंद्र कितनी भी कोशिश कर ले, मेरा आमरण अनशन हर हाल में जारी रहेगा. जब तक केंद्र पूरे देश के लिए ऐसा सिस्टम नहीं बनाती की रेपिस्ट को हर हाल में 6 महीने में फांसी हो, तब तक मैं नही उठूंगी. पहले राजघाट और फिर सीधे जंतर मंतर जा रही हूं. जय हिंद.'
Swati Maliwal, Chairperson, Delhi Commission for Women writes to Prime Minister Narendra Modi over crimes against women in the country. pic.twitter.com/4tuRhhMMJb
— ANI (@ANI) December 3, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे खत में स्वाति मालीवाल ने कहा, 'मैं आमरण अनशन करूंगी जब तक वो अपने वादे पूरा न करते. देश में पुलिस के संसाधन जवाबदेही बढाई जाए और फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाए जाएं. दिल्ली पुलिस को 66,000 पुलिसकर्मी तुरंत दिए जाएं और 45 फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट दिल्ली में स्थापित हो. दोषी को हर हाल में & तुरंत सज़ा दो.'
पुलिस हमें जंतरमंतर पे बैठने नही दे रही। रातभर पुलिस ने पूरा जंतर मंतर बैरिकेडिंग करके टेंट, माइक & टॉलेट नही लगने दिया। साफ़ बोल रहे हैं अनशन नही करने देंगे!
देश में एक महिला शांति से अनशन भी नही कर सकती? केंद्र सरकार को ऐसा भी क्या डर? क्या सच में लोकतंत्र है? pic.twitter.com/3d6Nq0t8oF
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) December 3, 2019
स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा कि हैदराबाद में महिला डॉक्टर की चीखें 2 मिनट बैठने नहीं दे रही हैं. बलात्कारियों को हर हाल में 6 महीने में फांसी हो, इस क़ानून को लागू करवाने के लिए मैं कल (मंगलवार) से जंतर मंतर पर आमरण अनशन पे बैठ रही हूं. तब तक अनशन करूंगी जब तक महिलाओं को सुरक्षा की गारंटी न मिल जाए.
आपको बता दें कि बुधवार को वेटनरी डॉक्टर तेलंगाना के कोल्लुरु स्थित वेटनरी हॉस्पिटल गई थीं. उन्होंने अपनी स्कूटी को शादनगर के टोल प्लाजा के पास पार्क कर दिया था. जब वो रात में लौटीं, तो उनकी स्कूटी पंक्चर थी. इसके बाद पीड़िता ने अपनी बहन को फोन किया था और इसकी जानकारी दी थी.
परिजनों ने शादनगर टोल प्लाजा के पास लेडी डॉक्टर की खोजबीन की थी लेकिन वो नहीं मिली थीं. इसके बाद गुरुवार सुबह शादनगर के अंडरपास के पास उसकी जली हुई लाश बरामद हुई थी. इस घटना के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है.