दिल्ली का एक सरकारी अस्पताल लापरवाही के चलते कूड़ा घर में तब्दील होता जा रहा है. मरीजों की ना तो डॉक्टर सुन रहे हैं ना ही प्रशासन. अस्पताल में हर तरफ गंदगी का आलम है.
नरेला का सत्यवादी राजा हरिशचंद्र अस्पताल बीमारियां फैला रहा है. पूरा अस्पताल बदबू से बदहाल है. पिछले तीन दिन से सफाई कर्मचारी गायब है और हॉस्पिटल में कूड़े के ढेर लग गये है. ऑपरेशन थियेटर की हालत तो बहुत खराब है. सफाई न होने से महिलाओं को हॉस्पिटल में टॉयलेट की समस्या पैदा हो गई है. मरीजों के तीमारदार खुद अपने कमरों की सफाई कर रहे है.
पिछले कई दिनों से हॉस्पिटल के सफाई कर्मचारी अपनी मागों को लेकर हड़ताल पर हैं लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कोई दूसरा विकल्प नहीं अपनाया है.
अस्पताल बदहाल है लेकिन प्रशासन सोया है. चुनावी साल में सरकार नये अस्पताल बनाने की घोषणा कर रही है लेकिन अपने पुराने अस्पतालों को संभालने में नाकाम है.