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माकन की नसीहत- आरक्षण नहीं, अस्पतालों पर ध्‍यान दें केजरीवाल

दिल्‍ली कांग्रेस अध्‍यक्ष अजय माकन ने सरकारी अस्पतालों में आरक्षण के मामले में केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है. इसके साथ ही उन्‍हें अस्‍पतालों पर ध्‍यान देने की सलाह दी है .

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अजय माकन (फोटो - ट्वीटर )
अजय माकन (फोटो - ट्वीटर )

दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में आरक्षण के मसले पर कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि केजरीवाल सरकार को अपनी लकीर बड़ी करनी चाहिए. उन्‍हें आरक्षण की बजाए अस्‍पतालों को बनवाने पर ध्‍यान देना चाहिए.

माकन ने कहा कि दिल्ली में 6 से 7 सुपर स्पेशलिटी अस्पताल हैं. इन्‍हें केंद्र सरकार चलाती है और लगभग 4000 करोड़ रुपये खर्च करती है. अगर केंद्र अपने अस्पताल में आरक्षण कर दे तो नुकसान किसका होगा?

माकन ने कहा कि दिल्ली सरकार यह कहती है कि इसमें सिर्फ राज्‍य के लोगों के लिए बेड रिजर्व हैं. अगर केंद्र सरकार कहने लगे कि हमारे अस्पताल में बेड राष्‍ट्रीय स्‍तर के लोगों के लिए रिजर्व हैं तो नुकसान किसका होगा. अजय माकन ने कहा कि दिल्ली के सुपर स्पेशलिटी अस्‍पतालों में कुल 50 हजार के करीब बेड की संख्या है.

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कुल बेड में से 10,145 बेड दिल्ली सरकार के हैं और बाकी 11,000 बेड केंद्र सरकार के हैं. दिल्ली सरकार 10,145 बेड में कह रही है कि हम इन्हें आरक्षित कर रहे हैं. वहीं अगर केंद्र सरकार 11,000 अपने बेड पर आरक्षित कर दे तो दिल्ली का फायदा होगा या नुकसान? यह केजरीवाल को समझना चाहिए.

अजय माकन ने कहा कि दूसरों की लकीर को मिटाकर नहीं, अपनी लकीर को बड़ा करके ही इसका रास्ता निकाला जा सकता है. यानि अस्पतालों की संख्या दिल्ली में बढ़ाई जाए. 15 साल के कांग्रेस शासन को याद करते हुए माकन ने कहा कि जब हमारी सरकार सत्ता में थी तो हम लोगों ने हर साल औसतन एक अस्पताल बनाया, लेकिन केजरीवाल सरकार में इसकी रफ्तार थम सी गई है.

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