
देश की राजधानी में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग ने मंगलवार को एडवांस्ड ग्रीन दिल्ली मोबाइल ऐप लॉन्च किया है. दिल्ली में अबतक ग्रीन ऐप का केवल एंड्रॉयड वर्जन ही संचालित था, और अब इसे एप्पल मोबाइल IoS पर भी लॉन्च किया गया है.
ग्रीन ऐप में केंद्र सरकार, निगम और दिल्ली सरकार के 27 विभाग एक साथ शामिल हैं. सभी विभाग ऐप पर आने वाली शिकायतों पर जॉइंट एक्शन लेते हैं. हर विभाग का एक नोडल पॉइंट भी बनाया गया है. ग्रीन ऐप पर दिल्ली वासी 10 तरह की शिकायतें, फोटो भेजकर कर सकते हैं.
1. आसपास के औद्योगिक इलाकों में प्रदूषण फैल रहा हो.
2. पार्क में पत्तियां या बायोमास जल रहे हों.
3. कहीं पर कूड़ा या प्लास्टिक वेस्ट जल रहा हो.
4. निर्माण कार्य में धूल-प्रदूषण हो रहा हो.
5. C&D वेस्ट को कहीं खुले में फेंका गया हो.
6. खाली जमीन पर अगर कूड़ा फेंका गया हो या जलाया गया हो.
7. कोई वाहन ज्यादा प्रदूषण फैला रहा हो.
8. सड़क पर गड्ढे हों.
9. सड़क किनारे धूल प्रदूषण फैल रहा हो.
10. ध्वनि प्रदूषण हो रहा हो.

ग्रीन ऐप के बेहतर संचालन के लिए और ग्रीन ऐप से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए 2500 कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गयी है. पर्यावरण विभाग के मुताबिक पिछले साल एन्ड्रॉयड के लिए ग्रीन ऐप लॉन्च होने के बाद से अबतक 27 हजार शिकायत आईं थी और इनमें से 23 हजार से ज़्यादा शिकायत का समाधान हुआ है. ग्रीन एप पर अबतक सबसे ज्यादा 5 विभागों से 1500 शिकायत आईं हैं. जबकि नगर निगम, DDA और PWD जैसे विभाग के खिलाफ़ शिकायत का आंकड़ा सबसे अधिक है.
साथ ही, दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी(DPCC) द्वारा 50 इंजीनियर्स की भर्ती की गयी है, जो ऐप पर आने वाली शिकायतों को ट्रैक करेंगे. इसके अलावा टास्क फोर्स की तर्ज पर 70 ग्रीन मार्शल तैनात किए गए हैं जिन्हें ग्रीन ऐप पर आने वाली शिकायत का ग्राउंड पर जाकर जांच करने की ज़िम्मेदारी दी गयी है.