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पहली बार दिल्ली पुलिस के दस्ते में शामिल होंगे 5 गोल्डन रिट्रीवर स्पेशल डॉग

अगले हफ्ते दिल्ली पुलिस में सबसे चुस्त, फुर्तीले और बिजली की चमक वाले पांच गोल्डन रिट्रीवर डॉग शामिल हो रहे हैं.

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दिल्ली पुलिस में शामिल पांच गोल्डन रिट्रीवर डॉग (Photo- Aajtak)
दिल्ली पुलिस में शामिल पांच गोल्डन रिट्रीवर डॉग (Photo- Aajtak)

  • गोल्डन रिट्रीवर डॉग्स होंगे दिल्ली पुलिस में शामिल
  • अमेरिकन आर्मी भी करती है इनका इस्तेमाल

दिल्ली पुलिस के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब एक दो नहीं बल्कि पांच सबसे चुस्त, फुर्तीले और बिजली की चमक वाले गोल्डन रिट्रीवर डॉग दिल्ली पुलिस में शामिल हो रहे हैं. ये फिनलैंड देश के गोल्डन रिट्रीवर डॉग हैं. अमेरिकन आर्मी भी इनका इस्तेमाल करती है.  

खामोशी से टारगेट को भेदने में सक्षम

इनकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इन श्वानों का मिजाज भले ही शिकारी हो, लेकिन ये बेहद शांत और खामोशी से टारगेट को भेदने के लिए जाने जाते हैं. जैंड्रा, कांगो, कोमेट, क्रिसी और कोस्बी नाम के इन कुत्तों में तीन फीमेल और बाकी दो मेल है. दिल्ली पुलिस ने इनके लिए खास तौर पर एयरकंडीशनल कैनाल का भी इंतजाम किया है.

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क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजन भगत ने बताया कि अगले हफ्ते इन पांच कुत्तों को दिल्ली पुलिस में आधिकारिक तौर पर शामिल किया जाएगा. पहले दिल्ली पुलिस आर्मी वेटनरी फोर्स से ट्रेंड कुत्ते लेती थी तो वहां सिर्फ लेब्रोडोर नस्ल के ही मिलते थे, जबकि ये पांचों जर्मन शेफर्ड नस्ल के हैं.

लोगों को खास अंदाज में सैल्यूट भी करता है जैंड्रा 

साउथ दिल्ली के पुष्प विहार स्थित बम डिस्पोजल स्क्वॉड में सीनियर इंस्ट्रक्टर अभिषेक सिंह ने बताया कि इन्हें तीन महीने की ओबीडिएंशन सेशन की ट्रेनिंग के बाद तीन महीने की एक्सप्लोसिव की ट्रेनिंग दी जाती है. हैंडलर के इशारे पर ये पानी की गहराई में भी एक्सप्लोसिव को सूंघ कर बता देते हैं. सिर्फ 1 साल की उम्र वाले इन कुत्तों को अब तक सीआईएसएफ, स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप और नेशनल सेक्योरिटी गार्ड ही इस्तेमाल कर रहे थे. इसका इस्तेमाल पहली बार दिल्ली पुलिस करेगी. जैंड्रा एक खास कुत्ता है जो लोगों को अपने खास अंदाज में सैल्यूट भी करता है.

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