दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मिड डे मील की गड़बड़ी थमने का नाम नहीं ले रही है. बुधवार को बाहरी दिल्ली के नरेला में एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील खाने के बाद कई बच्चे बीमार पड़ गए. इसके बाद मंत्री राजेंद्र गौतम ने नरेला में बीमार बच्चों और उनके अभिभावकों से मुलाक़ात की थी.
पके भोजन में छिपकली गिरने की बढ़ती घटनाओं और धीमी कार्रवाई के सवाल पर महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र गौतम ने आजतक को बातचीत में बताया कि अब सरकार पके हुए भोजन के अलावा ड्राई फूड पर फोकस करेगी.
राजेंद्र गौतम ने कहा कि दिल्ली सरकार सख्त एक्शन ले रही है. पिछले मामले में एफआइआर भी दर्ज हो रही है. साथ उस संस्था का लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने स्कूलों में मिड डे मील सप्लाई करने वाली तमाम संस्थाओं को बैठक के लिए बुलाया है. उन्हें इस तरह की घटना के बारे अवगत कराकर सावधानी बरतने के लिए आदेश दिए जाएंगे.
मंत्री ने 'आजतक' से खास बातचीत में बताया कि अभिभावक काफी ज्यादा चिंतित है और सरकार काफी ज्यादा गंभीर है. फ़िलहाल इस तरह की संभावनाएं तलाशी जाएंगी कि पका हुआ भोजन देने की बजाय स्कूली बच्चों को ड्राई फ्रूड दें. जैसे उबला हुआ अंडा या फल खाने में दिया जा सकता है.
क्या पका हुआ खाना मिड डे मील में पूरी तरह बंद हो जाएगा? इस सवाल के जवाब में मंत्री राजेंद्र गौतम ने कहा कि कानूनी तौर पर उचित हुआ तो फल या पैकेट दे सकते हैं क्योंकि जहां खाना पकाया जाता है वहां लापरवाही होती है. ऐसे में बार बार घटनाएं सामने आएंगी तो बच्चे खाना नहीं खाएंगे.