दिल्ली सचिवालय में मुख्यमंत्री दफ्तर के सामने बीजेपी विधायकों के धरने और छत से बैनर लहराकर प्रदर्शन की घटना ने नया मोड़ ले लिया है. आम आदमी पार्टी सरकार ने इसे सुरक्षा के साथ एक बड़ा खिलवाड़ बताया है. पूरे मामले में सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) के मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली पुलिस से FIR दर्ज करने की मांग की है.
मंत्री गोपाल राय ने बताया कि आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारियों के मुताबिक बीजेपी के नेता जबरन सचिवालय में घुसे और सचिवालय की छत पर जाकर बैनर भी लहराया.
उधर, बीजेपी विधायकों ने सरकार पर विपक्ष को दबाने का आरोप लगाते हुए एलजी दफ्तर पर सीएम के धरने के खिलाफ भी मुकदमे का एलान किया है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि उनके विधायकों को आम आदमी पार्टी सरकार टारगेट कर रही है. नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि धरने के 2 महीने के बाद FIR दिल्ली सरकार की बौखलाहट को दर्शाता है.
गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी विपक्ष के पोल खोल अभियान से घबरा गई है और अलोकतांत्रिक तरीके से दबाव बनाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी विधायकों ने बताया कि गुरुवार दोपहर 12 बजे वो दिल्ली पुलिस से एलजी दफ्तर में मुख्यमंत्री और मंत्री के धरने के खिलाफ FIR करने की मांग करेंगे.
आपको बता दें कि बुधवार को दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) से करीब 8 सवाल पूछे थे. इन सवालों के जवाब में दिल्ली पुलिस के अधिकारी द्वारा GAD विभाग को भेजे पत्र का जिक्र भी किया गया है.


पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. मिश्रा का कहना है कि ये केजरीवाल का नया अवतार है जो घोटला करने वालों से प्यार करते हैं और धरना करने वालों के खिलाफ FIR करते हैं. बिना कोई कानून तोड़े हम वहां धरना कर रहे थे, वहां विधायकों के जाने को लेकर कोई मनाही नहीं है.
दिल्ली सरकार ने एलजी दफ्तर में मुख्यमंत्री और मंत्रियों के धरने को जायज करार दिया है. सफाई देते हुए 'आप' सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा कि एलजी दफ्तर पर मुख्यमंत्री अपॉइंटमेंट लेकर गए थे और वहां कोई बैनर भी नहीं लगाया था.