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दिल्ली की सब्जी मंडी में बढ़ी चाइनीज खीरा और लहसुन की मांग

मंडी के व्यापारी के मुताबिक चीन के बीज से हिमाचल प्रदेश और दूसरे ठंडे प्रदेशों में इसकी खेती की जा रही है. वहां पैदा हुए खीरा और लहसुन दिल्ली की सब्जी मंडियों में पहुंच रहा है.

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 इसका छिलका जल्दी उतर जाता है
इसका छिलका जल्दी उतर जाता है

भारत और चीन के रिश्तों में भले ही आपसी विश्वास की कमी हो लेकिन चीनी सामानों की मांग जबरदस्त रहती है. अब बारी है खीरे और लहसन की. दिल्ली के सब्जीमंडियों में चीनी खीरे और लहसुन खूब बिक रहे हैं. मंडी के व्यापारी के मुताबिक चीन के बीज से हिमाचल प्रदेश और दूसरे ठंडे प्रदेशों में इसकी खेती की जा रही है. वहां पैदा हुए खीरा और लहसुन दिल्ली की सब्जी मंडियों में पहुंच रहा है.

व्यापारियों के मुताबिक चीनी लहसुन 60 से 65 रुपये किलों बिक रहा है. इसकी ज्यादातर मांग दिल्ली के होटलों और रेस्टोरेंट में है. इसकी खूबी ये है कि इसका छिलका आसानी से उतर जाता है और सब्जी जल्दी बन जाता है. तो वहीं स्वास्थ्य से इसका कोई खास लेना देना नहीं है. जबकि देशी लहसुन को स्वास्थ्यवर्धक और गुणकारी माना जाता है. ये मंडियों में 40 से 50 रुपये किलो बिक रहा है.

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इसी तरह चीनी खीरा मंडियों में 30 रुपये किलो बिक रहा है, जबकि देशी खीरा 15 रुपये किलों बिक रहा है. व्यापारियों के मुताबिक चीनी खीरा और लहसुन थोड़ा महंगा है. जिसे चुनिंदा लोग ही इसे खरीदते हैं. इसकी खासियत ये है कि इसका छिलका भी जल्दी उतर जाता है और कड़वा भी कम होता है. इसकी मांग ज्यादतर होटल और रेस्टोरेंट में है.

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