दिल्ली महिला आयोग ने एक नवविवाहिता को उसके ससुराल में प्रवेश कराने में मदद की है. कोर्ट मैरेज करने के बाद नवविवाहिता को उसके पति ने दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित गुरुद्वारे में छोड़ दिया था. नवविवाहिता ने दिल्ली महिला आयोग के हेल्पलाइन पर फोन करके मदद मांगी.
निहाल विहार की रहने वाली दीपिका(नाम परिवर्तित) की ससुराल सुभाष पैलेस पुलिस स्टेशन एरिया के शकूरपुर में हैं. दिपिका का एक लड़के के साथ पिछले तीन साल से अफेयर चल रहा था. किसी तरह दोनों के परिवार उनकी शादी के लिए तैयार हो गए. 24 मई को दीपिका ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ शादी कर ली. दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली.
शादी के बाद दीपिका का पति उसे अपने घर ले जाने की बजाए कनॉट प्लेस के गुरुद्वारे में ले गया. दोनों शाम तक वहीं रहे लेकिन शाम के वक्त दिपिका का पति उसे गुरुद्वारे में अकेला छोड़कर भाग गया. दिपिका काफी देर तक उसका इंतजार करती रही लेकिन जब वह लौट कर नहीं आया तो उसने दिल्ली महिला आयोग की वीमेन हेल्पलाइन 181 पर फोन करके मदद मांगी. उसने अपने परिवार को भी इस घटना की सूचना दी. इसके बाद दिपिका को पुलिस स्टेशन लाया गया. थोड़ी देर में दीपिका का परिवार भी पुलिस स्टेशन पहुंच गया.
दीपिका ने दिल्ली महिला आयोग के काउंसलर को बताया कि वह अपने ससुराल गई थी लेकिन उसकी सास ने उसे घर घुसने नहीं दिया. उसकी सास का कहना है कि उनका घर बहुत छोटा है इसलिए वह यहां नहीं रह सकती. दीपिका ने बताया कि उसका पति अपने घर पर ही है लेकिन उसको घर मे नहीं जाने दिया जा रहा है. इसके बाद लड़के को उसके परिवार सहित थाने बुलाया गया. पुलिस स्टेशन में परिवार के पहुंचने के बाद दिल्ली महिला आयोग की टीम ने लड़के और उसके परिवार को सम¬झाया कि अब इनकी शादी हो चुकी हैं अब उन्हें दीपिका को अपने घर में रहने की जगह देनी चाहिए. लड़के का परिवार अपनी बहु को घर ले जाने के लिए तैयार हो गया.
दो दिन बाद दिल्ली महिला आयोग की टीम ने फिर दीपिका के घर पर विजिट किया. दीपिका और उसके पति ने अपने परिवार की सहमति से घर के पास ही एक कमरा किराए पर ले लिया और दोनों खुशी-खुशी रह रहे हैं. दीपिका बहुत खुश है कि अब वह अपने पति के साथ रह रही है. अब दीपिका की सास को भी उससे कोई परेशानी है. दोनों के परिवार खुश हैं.