scorecardresearch
 

Delhi Violence: मृतक सोलंकी के दोस्त ने बताया- कैसे हिंसक भीड़ ने मारी गोली

दिल्ली हिंसा में हुई राहुल सोलंकी की मौत हो गई. घटना के समय राहुल के साथ मौजूद उसके एक दोस्त ने पीटीआई को बताया कि हम यह नहीं देख सके कि गोली किसने चलाई. दोस्त ने बताया कि हमने देखा कि एक बेकाबू भीड़ हमारी ओर बढ़ रही थी....

Advertisement
X
दिल्ली हिंसा में मारे गए राहुल सोलंकी के पिता (वीडियो ग्रैब)
दिल्ली हिंसा में मारे गए राहुल सोलंकी के पिता (वीडियो ग्रैब)

  • दिल्ली हिंसा में अब तक 35 लोगों की गई जान
  • सुरक्षा के बीच राहुल सोलंकी का अंतिम संस्कार
  • राहुल सोलंकी के दोस्त ने बताया हिंसा कैसे हुई

देश की राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोधियों और समर्थकों के बीच हुई हिंसा में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. राहत की बात ये रही कि बुधवार को कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. कहीं से भी हिंसा की खबर नहीं आई. दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि हालात काबू में हैं. इस बीच उत्तर पूर्वी दिल्ली के शिव विहार में हुई हिंसा में मारे गए राहुल सोलंकी का शव परिजनों को सौंप दिया गया. परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार भी कड़ी सुरक्षा के बीच कर दिया है.

दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाकों में रविवार को हुई हिंसा में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अब तक इस हिंसा में 35 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हिंसा में मारे गए राहुल सोलंकी का शव उसके परिजनों को सौंपा गया. सोलंकी के शव का अंतिम संस्कार अर्द्धसैनिक बलों की सुरक्षा में किया गया. उसके परिजन चाहते थे कि 26 वर्षीय सोलंकी के शव का अंतिम संस्कार होने तक सुरक्षा बल उनके परिवार की सुरक्षा करे.

Advertisement

ये भी पढ़ें- नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के बाद अब पुलिस को शाहीन बाग की चिंता, खुफिया जानकारी के बाद हुई सतर्क

नागरिकता संशोधन कानून के विरोधियों और समर्थकों के बीच भड़की हिंसा में राहुल सोलंकी की मौत हो गई थी. सोलंकी गाजियाबाद के एक निजी कॉलेज से एलएलबी कर रहा था. सोलंकी के पिता हरि सिंह सोलंकी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, ''सोमवार को वह घर से दूध लेने गया था. तभी हिंसा भड़ उठी और वह घिर गया. उनसे दाहिने कंधे पर गर्दन के पास गोली लगने से उसकी मौत हो गई."

मृतक के पिता ने की थी सुरक्षा की मांग

सोलंकी के पिता ने बताया कि आज हम जीटीबी अस्पताल से बेटे का शव लाए. हम चाहते थे कि उसके शव का अंतिम संस्कार होने तक उसे हमें सुरक्षा मिले. घटना के समय राहुल के साथ मौजूद उसके एक दोस्त ने पीटीआई को बताया कि हम यह नहीं देख सके कि गोली किसने चलाई. दोस्त ने बताया, "हमने देखा कि एक बेकाबू भीड़ हमारी ओर बढ़ रही थी. हम नंगे पैर थे, हमने भागना शुरू किया. तभी राहुल अपना चप्पल पहनने लगा. इसी बीच भीड़ में से किसी व्यक्ति ने उसे गोली मार दी और उसकी मौत हो गई.

Advertisement

ये भी पढ़ें- मनमोहन ने दिल्ली हिंसा को बताया राष्ट्रीय शर्म, बोले- सरकार को राष्ट्रपति याद दिलाएं राजधर्म

बता दें कि रविवार और सोमवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोधियों और समर्थकों के बीच हिंसा भड़क उठी थी. इसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया था. घटना के बाद कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को उसकी नाकामी के लिए फटकार लगाई. बाद में बुधवार को हिंसा प्रभावित इलाकों के लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने दौरा किया और लोगों से बातचीत की.

सासंद विजय गोयल पहुंचे अंकित शर्मा के घर

दिल्ली में भाजपा सांसद विजय गोयल गुरुवार सुबह IB अफसर अंकित शर्मा के घर पहुंचे. उन्होंने यहां परिवार से मुलाकात की और सांत्वना दी. अंकित शर्मा दिल्ली हिंसा के दौरान भीड़ का शिकार हो गए. दिल्ली में हिंसा के बाद अब शांति का माहौल है. सुरक्षाबलों की ओर से हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च निकाला जा रहा है. इस दौरान लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है और भरोसा जताकर दुकानें खुलवाई जा रही हैं.

Advertisement
Advertisement