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सर्वे: दिल्ली में किराये पर 32.38% परिवार, शाहदरा में सबसे ज्यादा लोग घरों के मालिक

दिल्ली के डायरेक्टोरेट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड स्टेटिस्टिक्स (DES) द्वारा तैयार सामाजिक-आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई हैं. सर्वे में शामिल 66.33 फीसदी लोगों के पास अपना घर है. ऐसे लोगों की सबसे ज्यादा संख्या (76.37%) शाहदरा जिले में है. जबकि सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट दूसरे नंबर है जहां 72.36% लोगों के पास अपना घर है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर- PTI
प्रतीकात्मक तस्वीर- PTI
स्टोरी हाइलाइट्स
  • दिल्ली पर सामाजिक-आर्थिक सर्वे रिपोर्ट
  • किराये के घर में 3 में से एक परिवार- सर्वे
  • 48 फीसदी लोगों के पास ही अपने वाहन

दिल्ली में रहने वाले लोगों पर एक सर्वे सामने आया है, जिसमें ये जानकारी मिली है कि यहां रहने वाले 32.38 फीसदी परिवार किरायेदार के तौर पर जीवन बिता रहे हैं. जबकि 48.21 फीसदी लोगों के पास अपने इस्तेमाल के लिए वाहन नहीं है. यानी 3 में एक परिवार किराये के मकानों में है और 2 में से 1 के पास वाहन नहीं है. इस सर्वे में 20 लाख 5 हजार परिवार शामिल किए गए हैं.

दिल्ली के डायरेक्टोरेट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड स्टेटिस्टिक्स (DES) द्वारा तैयार सामाजिक-आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई हैं. ये सर्वे नवंबर 2018 से नवंबर 2019 के बीच कराया गया है. इंडियन एक्सप्रेस में सर्वे के आधार पर ये रिपोर्ट लिखी गई है.

सर्वे के मुताबिक, सर्वे में शामिल 66.33 फीसदी लोगों के पास अपना घर है. ऐसे लोगों की सबसे ज्यादा संख्या (76.37%) शाहदरा जिले में है. जबकि सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट दूसरे नंबर है जहां 72.36% लोगों के पास अपना घर है.

नई दिल्ली में सबसे ज्यादा किरायेदार
सर्वे में जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक, नई दिल्ली जिले में सबसे ज्यादा किरायेदार लोग रहते हैं. यहां करीब 51.85% लोग ऐसे हैं जो किराये के घरों में जिंदगी गुजार रहे हैं. हालांकि, ये भी तथ्य है कि नई दिल्ली दिल्ली में ज्यादातर घर केंद्र सरकार से जुड़े कर्मचारियों के क्वार्टर्स, मंत्रियों, जजों, नौकरशाहों के बंगले हैं. 
दूसरी तरफ किरायेदारों के मामले में दूसरे नंबर पर दक्षिण-पूर्व जिला है. यहां करीब 41.91% परिवार किराये के मकानों में रह रहे हैं. जबकि दक्षिण-पश्चिम जिले में 39.90% किरायेदार हैं. 

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कितने लोगों के पास वाहन
सर्वे में शामिल 20 लाख 5 परिवारों में से 51.78% ने बताया है कि उनके पास अपने वाहन हैं, जिनमें से 40.35% के पास दो-पहिया वाहन हैं, 4.34% परिवारों के पास चार-पहिया वाहन और 6.59% के पास दो-पहिया और चार-पहिया दोनों किस्म के वाहन हैं. 

आमतौर पर किसी परिवार के मासिक खर्च का अंदाजा इस बात पर भी निर्भर करता है कि क्या वो निजी वाहन चलाने की स्थिति में हैं या नहीं. दिल्ली को लेकर जो सर्वे आया है उसमें 48.21% परिवार ऐसे हैं जिनके पास अपना कोई व्हीकल नहीं है. ऐसे लोगों की मासिक आय 10 हजार या इससे कम है, जिनका प्रतिशत 60.20 फीसदी है. 

फोटो- PTI

जिन परिवारों का मासिक खर्च 10 हजार से 25 हजार रुपये है, उनमें से 36.44% के पास अपने व्हीकल नहीं हैं. जबकि जिन परिवारों का मासिक खर्च 25 से 50 हजार के बीच है, उनमें 2.41% के पास अपना व्हीकल है और जो परिवार 50 हजार या इससे ज्यादा मासिक खर्च करते हैं उनमें 0.44% के पास अपने व्हीकल हैं.

किसके पास कौन से वाहन
जिनका मासिक खर्च 10 हजार या इससे कम है और उनके पास वाहन भी है तो ऐसे लोगों में 1.19% के पास कार, 25.93% के पास बाइक और 1.24% के पास दोनों वाहन हैं. 
50 हजार या इससे ज्यादा मासिक खर्च वाले लोगों में 40.59% के पास कार और बाइक दोनों है, 26.67% के पास सिर्फ कार हैं और 19.48% के पास सिर्फ बाइक हैं. 
नॉर्थ ईस्ट जिले में सबसे ज्यादा 50.78% लोगों के पास टू-व्हीलर है, जबकि शाहदरा जिले में 48.89% लोग टू-व्हीलर के मालिक हैं. नई दिल्ली जिले में सबसे लोगों(9.17%) के पास कार है. जबकि नॉर्थ-वेस्ट जिले में 6.77% लोगों के पास कार हैं. 
जिन लोगों के पास कार और बाइक दोनों हैं, ऐसे सबसे ज्यादा लोग 10.14% शाहदरा जिले में हैं. जबकि नई दिल्ली में ऐसे लोगों की संख्या 9.65% है. जिन लोगों के पास वाहन हैं ऐसे लोग सबसे ज्यादा उत्तरी जिले में हैं और इनकी संख्या 58.47% है.

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