देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ता हुआ प्रदूषण बेहद खतरनाक होता जा रहा है. प्रदूषण के चलते वर्तमान तो जहरीला हो ही रहा है साथ ही देश का भविष्य भी इस जहर की चपेट में आ रहा है.
सेंटर फॉर साइंस एंड रिसर्च की रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में प्रदूषण के चलते हर तीसरे बच्चे के फेफड़े में खराबी है. ये रिपोर्ट बताती है कि बढ़ता हुआ प्रदूषण शहर में इतना खतरनाक होता जा रहा है कि दिल्ली में हर तीसरे बच्चे के फेफड़ों में प्रदूषण के चलते खराबी है. CSE वैज्ञानिक ऋचा बताती हैं कि रिपोर्ट में कहा गया है कि देशभर में 61 फीसदी मौतें जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से होती है. इसमें सबसे अहम भूमिका प्रदूषण को माना गया है, जिसकी वजह से सबसे ज्यादा बीमारियां पैदा हो रही हैं.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन अध्य्क्ष डॉक्टर केके अग्रवाल बताते है कि बच्चों के फेफड़े अगर इतनी छोटी उम्र में खराब होंगे तो डॉक्टर्स के मुताबिक आने वाली उम्र में तमाम बीमारियां उनके शरीर में लग जाएंगी. इसका सीधा सा उपाय है कि प्रदूषण के खिलाफ एक लंबी जंग लड़ने की तैयारी करनी होगी.
जाहिर है प्रदूषण की खतरनाक मार अब वर्तमान के साथ-साथ भविष्य के सर पर काला जहर बनकर लटक रही है. अगर समय रहते सरकार और समाज नहीं जागे तो आने वाले कल को खराब फेफड़े की सौगात देकर हम लोग इतिहास के पन्नों में गुम हो जाएंगे.