Delhi MCD Election 2022: दिल्ली में जल्द ही नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में नरेला विधानसभा सीट के अंतर्गत आने वाले 5 वार्ड्स का सियासी हाल बता रह हैं. ये वार्ड्स- नरेला वार्ड 001N, बख्तावरपुर वार्ड 002N, अलीपुर वार्ड 003N, होलंबी खुर्द वार्ड 004N, बंक्नेर वार्ड 005N हैं.
नरेला वार्ड 001N
पिछले एमसीडी चुनाव में नरेला वार्ड में सविता खत्री बीजेपी से जीती थीं. यहां करीब 55 हजार वोटर्स हैं, जिनमें करीब 9 हजार अनुसूचित जाति के वोट हैं. 2017 में बीजेपी कैंडिडेट सवित्रा खत्ती ने एएपी प्रत्याशी कविता खत्री को 4479 मतों से हराया था. सवित खत्री का दावा है कि उन्होंने अपने वार्ड में कई विकास कार्य किए हैं. उनका कहना है कि 13 बीघा जमीन को कब्जा मुक्त करवाना, गौतम कॉलोनी में पार्क बनवाया, कई जगह पार्कों का सुंदरीकरण करवाया, स्ट्रीट लाइटें और 35 हाई मास्क लाइटें भी लगवाईं. साथ ही इलाके में करीब 70 फीसदी गलियों का निर्माण कार्य करवाया.
नरेला वार्ड में बरकरार हैं ये समस्ताएं
सवित्र खत्री की कुछ विफलताएं भी रही हैं. नरेला में ट्रैफिक जाम की समस्या जस की तस है. नरेला में सड़कों में जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं. गलियों में रेहड़ी-पटरी वालों का अतिक्रमण है. बस टर्मिनल को शिफ्ट करवा कर घरानी जोहड़ का सुंदरीकरण नहीं किया गया है. वार्ड में पार्किंग की सुविधा नहीं हो पाई है.
नरेला वार्ड के लोगों का क्या है कहना
नरेला निवासी रितिक कहते हैं कि डीडीए रामलीला ग्राउंड वाला रोड टूटा पड़ा है. कुरेनि श्मशान घाट के सामने रोड की खस्ता हालत है. नरेला में काफी जाम रहता है और कोई पार्किंग नहीं है.
बख्तावरपुर वार्ड 002N
इस वार्ड में करीब 40 हजार मतदाता हैं, जिनमें से करीब 7 हजार वोट अनुसूचित जाति समाज के हैं. पिछली बार इस वार्ड से बीजेपी की टिकट पर सुनीत चौहान जीते. सुनीत चौहान ने इलाके में कई कार्य भी करवाएं. वार्ड में गलियों और ऑपन जिम को बनवाया गया है. सड़कों और गलियों में लाइट की व्यवस्था की. साथ ही टीचर्स डे पर अध्यापकों को सम्मानित करने का भी काम किया. बता दें कि सुनीत चौहान दो बार निगम में अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
विकास को लेकर लोगों ने क्या कहा
वहीं, लोगों का आरोप है कि वार्ड में सड़कें नहीं बनी, गलियां नहीं बनी, कूड़े के जगह-जगह ढेर लगे हुए हैं, जो बीमारियों को न्योता दे रहे हैं. ताजपुर गांव में नाला टूटने से अक्सर किसानों की फसले खराब हो जाती हैं. स्थानीय निवासी अजय खामपुर कहते हैं कि हमारे गांव में कभी नेताजी नहीं आए. बड़े-बड़े पेड़ काटे गए. कई बार गए लेकिन निगम पार्षद नहीं आए. ऐसे ही बकोली खुद विधायक जी का गांव है, लेकिन वहां की गलियां नहीं बनी विधायक एएपी पार्टी का और पार्षद बीजेपी का, इन दोनों की लड़ाई में जनता पीस रही है, कोई काम नहीं होता है.
अलीपुर वार्ड 003N
अलीपुर वार्ड में करीब 70 हजार वोटर्स, जिनमें से अनुसूचित जाति के वोटर्स की संख्या करीब 8 हजार है. पिछले चुनाव में इस वार्ड में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी प्रत्याशी निशान मान ने यहां 'कमल' खिलाया था. अब निशान मान का दावा है कि उन्होंने अपने क्षेत्र में कई विकास कार्य किए हैं. माना जाए तो ये बहुत ही बड़ा स्लम इलाका है जो करीबन 17 किलोमीटर तक फैला है. वार्ड के पार्कों समेत विभिन्न स्थानों पर स्ट्रीट लाइट और हाई मास्क लाइट लगवाई गई. वार्ड में गलियों का निर्माण कार्य करवाया.
लोगों ने गिनाई विकास में खामियां
वहीं, लोगों का कहना है कि वार्ड में कोई काम नहीं किया गया है. अभी भी काफी गलियां कच्ची पड़ी हैं. साफ-सफाई नहीं होती है. जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. स्ट्रीट लाइट न होने की वजह से आज तक लोग अंधेरे में आवागमन करने को मजबूर हैं. कुरैनी में अभी तक लोगों के घरों तक पीने का पानी नहीं पहुंच पाया है. सड़कें टूटी पड़ी हैं और उन पर भी घंटों तक जाम लगता है. अलीपुर के नवीन कुमार कहते हैं कि कॉलेज और स्कूल के पास कोई टॉलेट नहीं है और अक्सर जाम का सामना करना पड़ता है. खेड़ा बादशाही रोड की हालत जर्जर है.
होलंबी वार्ड 004N
होलंबी वार्ड में मतदाताओं की संख्या करीब 65 हजार है, जिनसे से करीब 20 हजार वोट अनुसूचित जाति समुदाय के हैं. होलंबी वॉर्ड से निर्दलीय अर्चना ने जीत हासिल की. अर्चना ने अनेकों कार्य किए. गलियां बनवाई, ओपन जिम, गंदगी को दूर करने जैसे कई काम वार्ड में किए हैं. तो वहीं लोगों की मानें तो उनकी स्कूल, पब्लिक शौचालय और अपराध से जुड़ीं समस्याएं. पार्षद के पास करीबन 9 करोड़ का बजट आया था. पार्षद अर्चना अब बीजेपी से नेतृत्व कर रही है. स्थानीय निवासी राजेश का आरोप है कि निगम पार्षद यहां नहीं रहती हैं, तो यहां की समस्या कैसे दूर करेंगी.
बंक्नेर वार्ड 005N
बंक्नेर वार्ड में करीब 60 हजार वोटर्स हैं, इनमें से करीब 12 हजार अनुसूचित जाति के हैं. बंक्नेर वार्ड की बात करें तो स्वतंत्र नगर में काफी लोग यहां पर आकर बसे हैं. कच्ची कॉलोनी है और वहां पर गलियों का निर्माण करवाना और नालियां पक्की करवाना है. हाई मास्क लाइट लगवाना, ओपन जिम खुलवाना, कोरोना काल में लोगों को राशन बांटना, बंक्नेर वार्ड गांव में बड़े नाले का निर्माण कराना काफी ऐसे काम हुए हैं. बंक्नेर गांव में मल्टीपर्पज हॉल बनवाया. मनीरपुर रोड का नाला बनवाया. घोघा फिरनी पर नाला बनवाया. स्वतंत्र नगर में गलियां और नालियों का निर्माण करवाया. वार्ड के सभी डार्क स्पॉट्स पर स्ट्रीट लाइट और हाई मास्क लाइट लगवाई है. पिछले चुनाव में इस वार्ड से एएपी प्रत्याशी रामनारायण भारद्वाज ने जीते थे.
वहीं, लोगों के आरोप भी हैं कि बंक्नेर में एमसीडी से करोड़ों रुपये की लागत से नाला बनाया गया. नाला बन कर तैयार भी नहीं हुआ तो फ्लड विभाग ने 7254000 रुपये में उसी नाले की मरम्मत का टेंडर भी पास करवा दिया जोकि भ्रटाचार की ओर इशारा कर रहा है. अब बंक्नेर वार्ड की सीट रिजर्व हो गई.
(इनपुट राजेश खत्री के साथ)